महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) होने वाले हैं. एनडीए और इंडिया (INDIA) अलायंस दोनों के लिए ही यह चुनाव बेहद अहम है. एनडीए (NDA) में सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कई बार अहम बैठक हो चुकी हैं. सीट शेयरिंग को लेकर एक आम फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. सूत्रों के मुताबिक, तीनों ही प्रमुख सहयोगी दलों के शीर्ष नेताओं के बीच इस बात पर सहमति बन गई है कि विनिंग कैंडिडेट को देखते हुए पार्टी को सीट दी जाएगी. प्रदेश की 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव से पहले गठबंधन की ओर से सर्वे भी किया जाएगा.
सीट शेयरिंग को लेकर बन गई है सहमति
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी (NCP) लीडर अजित पवार ने कहा, 'सीट शेयरिंग को लेकर हमारा फॉर्मूला तय है. जिस सीट पर जिस पार्टी के उम्मीदवार के जीतने की संभावना होगी, उसे ही वो सीट मिलेगी. यह फॉर्मूला मौजूदा विधायकों की सीट पर भी लागू होगा. अगर किसी सीट पर गठबंधन का विधायक पिछली बार जीता था, लेकिन इस बार ऐसी संभावना नहीं है तो हम कैंडिडेट बदल देंगे.'
यह भी पढ़ें: 25 बच्चों को TB, 950 लोग 500 की कैपेसिटी, Asha kiran Home में काम करने वाली महिला ने बताया सच
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से अजित पवार और सीएम एकनाथ शिंदे कई बार कह चुके हैं कि एनडीए का गठबंधन मजबूत है. विधानसभा में भी साथ में चुनाव लड़ेंगे.
क्षेत्रवार बांटी जाएंगी सीटें
सूत्रों का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव से इस बार स्थिति बिल्कुल अलग है. शिवसेना और एनसीपी के दो टुकड़े हो चुके हैं इसलिए हर पार्टी के मजबूत इलाकों को देखते हुए फैसला लिया जाएगा. कोंकण और मुंबई का इलाका शिवसेना का गढ़ माना जाता है, इसलिए एकनाथ शिंदे की पार्टी को इस इलाके में ज्यादा सीटें मिलेंगी. दूसरी ओर पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ी में अजित पवार का प्रभाव देखते हुए एनसीपी के हिस्से उस तरफ ज्यादा सीटें आएंगी. बीजेपी विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र, मुंबई के शहरी इलाकों में अपने उम्मीदवार उतार सकती है.
यह भी पढ़ें: Electoral Bonds पर सुप्रीम कोर्ट की दो टूक, कहा-घोटाले की SIT जांच की जरूरत नहीं
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.