INDIA गठबंधन में पड़ने लगी है दरार, महाराष्ट्र और झारखंड में सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Oct 15, 2024, 02:25 PM IST

सीट शेयरिंग के मुद्दे पर इंडिया गठबंधन में दरार 

Maharashtra Jharkhand Assembly Election 2024: महाराष्ट्र और झारखंड में सीटों को बंटवारे को लेकर सहयोगियों के बीच घमासान मचा हुआ है. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर एकमत की स्थिति बनती नहीं दिख रही है. 

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabh Election 2024) के बाद से इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के सहयोगी एकजुटता की बात कर रहे हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव में यह एकजुटता खत्म होती दिख रही है. महाराष्ट्र और झारखंड दोनों ही प्रदेशों में सीट शेयरिंग को लेकर मामला फंसता दिख रहा है. अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला नहीं सुलझाया जा सका है. दोनों ही प्रदेशों में चुनाव की तारीखों का ऐलान मंगलवार (15 अक्टूबर) को हो सकता है. हालांकि, सभी सहयोगी दलों का कहना है कि आपसी सहमति से सारा मामला सुलझा लिया जाएगा.

झारखंड में सीट शेयरिंग पर फंसा पेच 
झारखंड में इंडिया गठबंधन के बीच सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. जेएमएम (JMM) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह 49 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. ऐसे में 81 सीटों वाली विधानसभा में दूसरे दलों के लिए 32 सीटें ही बचेंगी. इन सीटों का बंटवारा कांग्रेस , सीपीआई (एम) और आरजेडी के बीच होना है. कांग्रेस इस समझौते के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि पिछली बार पार्टी ने प्रदेश की 31 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार कांग्रेस अकेले 33 सीटें अपने लिए ही मांग रही है. हालांकि, अभी तक जेएमएम और कांग्रेस दोनों ही कह रहे हैं कि आपसी सहमति से सीटों का बंटवारा आसानी से कर लिया जाएगा.


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महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे चाहते हैं ज्यादा सीटें 
महाराष्ट्र में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के बीच सीटों को लेकर सबसे ज्यादा टकराव है. महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं. कांग्रेस प्रदेश में 115 सीटों पर लड़ना चाहती है जबकि शिवसेना (UT) भी अपने लिए 110 से 115 सीटें मांग रही हैं. एनसीपी (शरद पवार गुट) की 80 सीटों की डिमांड है. ऐसे में वाम दलों और दूसरे छोटे दलों को अडजस्ट करना मुश्किल होगा. माना जा रहा है कि 100-100 सीटों के फॉर्मूले पर सहमति बन सकती है. बची 88 सीटों मों में एनसीपी और बाकी सभी छोटे दलों को समायोजित किया जाएगा.

हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार से कांग्रेस खेमे में निराशा का माहौल है. हाई कमान अब बाकी विधानसभा चुनाव में हरियाणा वाला हाल न हो, इसके लिए जरूरी समझौते करने का संकेत दे चुकी है. वहीं प्रदेशों में शीर्ष नेतृत्व के आदेश को अनदेखा कर गुटबाजी करने वाले नेताओं पर भी लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है.


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