डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र (Maharashtra) के सियासत की धुरी शिवसेना (Shiv Sena) के इर्द-गिर्द घूमती रही है. शिवसेना की एकक्षत्र बागडोर ठाकरे परिवार के हाथों में रही है. मातोश्री को शिवसैनिकों का मंदिर कहा जाता है और बाला साहेब ठाकरे शिवसैनिकों के देवता रहे हैं. इस देवता का राजनीतिक उत्तराधिकारी, सियासी संकट से जूझ रहा है.
उद्धव ठाकरे अब पार्टी की बागडोर नहीं संभाल पा रहे हैं. उनके समर्थन में न तो पार्टी के विधायक बचे हैं न ही कार्यकर्ता जो उन्हें एहसास दिला सकें कि शिवसेना उन्हीं की है.
अब शिवसेना (Shiv Sena) के बागी नेता शिंदे ने 41 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. शुक्रवार की सुबह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और उनके बचे खुचे खास लोगों को एकनाथ शिंदे कैंप ने एक और बड़ा झटका दिया है.
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8 और विधायक गुवाहाटी जाएंगे
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Sinde) के समर्थन में 8 और विधायक जुड़ने जा रहे हैं. इसमें से 3 विधायक शिवसेना के हैं और 5 निर्दलीय विधायक हैं. इन्हीं 5 विधायकों ने महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA) को समर्थन दिया है.
सूरत के जरिए गुवाहाटी जाएंगे विधायक
ये सभी विधायक शिवसेना के बाकी विधायकों की तरह वाया सूरत यानी गुजरात होकर गुवाहाटी (Guwahati) की फ्लाइट पकड़ेगे. यानी महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के लिए राजनीतिक संकट और गहरा गया है. दरअसल एकनाथ शिंदे ने वीडियो और तस्वीरें जारी करते हुए दावा किया कि उनके पास 41 विधायकों का समर्थन है.
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हालांकि, बीजेपी (BJP) के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि गुवाहाटी में कुछ और विधायकों के पहुंचने के साथ रैडिसन ब्लू होटल में डेरा डाले असंतुष्ट विधायकों की संख्या बढ़कर 44 हो गई. जिनमें निर्दलीय व अन्य शामिल हैं. वहीं शिवसेना के कुछ और विधायक भी यहां पहुंच सकते हैं.
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क्या करेंगे उद्धव ठाकरे?
पार्टी पर लगातार छूट रही पकड़ के बीच उद्धव ठाकरे ने जरूरी बैठक बुलाई है. उद्धव ठाकरे आज 12 बजे राज्य के सभी जिला संपर्क प्रमुखों और जिलाध्यक्षों से बातचीत करेंगे. उद्धव ठाकरे एक बार फिर पार्टी पर पकड़ बनाने की कोशिश कर रहे हैं. फिलहाल नतीजे उद्धव ठाकरे के पक्ष में जाते नहीं दिख रहे हैं.
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