डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी (MVA) में इस समय शिवसेना की आंतरिक लड़ाई के चलते एक बड़ा टकराव हो गया है. दो तिहाई विधायकों का दावा करने वाला एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का बगावती गुट शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे (Bala Saheb Thackeray) को अपना आदर्श बता रहा है. वहीं बाला साहेब की विरासत छिनती देख अब शिवसेना (Shivsena) भड़क गई है और शिंदे गुट को बाला साहेब का नाम न इस्तेमाल करने की चेतावनी दी है.
दरअसल आज शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसके बाद राज्यसभा से शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बागी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, "यदि आप किसी नाम का इस्तेमाल करके वोट मांगना चाहते हैं तो अपने पिता के नाम का इस्तेमाल करें, शिवसेना के पिता के नाम का इस्तेमाल न करें."
वहीं इस बैठक में शिंदे समेत बागी गुट के विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रस्ताव भी पास हुआ है. संजय राउत ने कहा है कि लोगों को पता चल जाएगा कि शाम तक पार्टी छोड़ने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी. सीएम उद्धव ठाकरे ने जो काम किया है वह काबिले तारीफ है. हम सभी उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे.
शिवसेना की इस अहम बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि बागी जो चाहें कर सकते हैं और वह उनके मामले में दखल नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि वे अपना फैसला खुद ले सकते हैं लेकिन किसी को भी बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि वो शिवसेना का हिस्सा नहीं रहे हैं .
आज के बैठक में शिवसेना ने 6 प्रस्ताव पास किए हैं जो कि डैमेज कंट्रोल का संकेत माने जा रहे हैं.
Maharashtra में सियासी हलचल तेज, वडोदरा में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात
इसके अलावा यह भी दावा किया गया है कि जिन लोगों ने शिवसेना के साथ बगावत की है उन सभी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. आपको बता दें कि कल सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं को एक्टिव होने का संकेत देते हुए कहा था कि शिवसेना तलवार के समान है और म्यान में रखने पर तलवार में जंग लग जाती है. उद्धव ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि अब शिवसेना को म्यान से बाहर आकर चमकना चाहिए.
शिवसेना के सभी फैसले लेंगे उद्धव ठाकरे, पार्टी की बैठक में 3 प्रस्ताव पास
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.