Maharashtra Crisis: विरोधियों को उद्धव ठाकरे की ललकार- शिवसैनिकों पर अत्याचार नहीं सहेंगे

अभिषेक शुक्ल | Updated:Jul 15, 2022, 07:54 PM IST

उद्धव ठाकरे. (फाइल फोटो-PTI)

Shiv Sena Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में शिवसेना अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. दो अलग-अलग गुटों में बंटती शिवसेना अब विभाजन का सामना कर रही है. उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी बचाने की कोशिशों में जुट गए हैं.

डीएनए हिंदी: शिवसेना (Shiv Sena) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उद्धव ठाकरे ने पार्टी के भायखला कार्यालय का दौरा करने के बाद यह बयान दिया. भयखाला में ही उन्होंने शिवसेना के कार्यकर्ता बबन गांवकर से मुलाकात की थी, जिन पर बृहस्पतिवार रात कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था. उद्धव ठाकरे ने कहा, 'शिवसेना कार्यकर्ताओं के जीवन से खिलवाड़ के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर पुलिस अपराधियों को दंडित नहीं कर सकती, तो शिवसेना के कार्यकर्ता ऐसा करेंगे. पुलिस को राजनीति में नहीं पड़ना चाहिए.'

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दक्षिण मुंबई का भायखला इलाका यामिनी जाधव का विधानसभा क्षेत्र है. जाधव शिवसेना के उन बागी विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ जाकर एकनाथ शिंदे गुट का साथ देने का फैसला किया था. 

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एकनाथ शिंदे की वजह से बंट गई है शिवसेना

एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना दो हिस्सों में बंट गई है. पार्टी के ज्यादातर विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में सरकार बना चुके हैं. महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA Government) के गिरने के एक दिन बाद 30 जून को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी के तौर पर शपथ ली थी. शिवसेना इन दिनों बगावत की सबसे बड़ी जंग से जूझ रही है. (इनपुट: भाषा)
 

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