डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच सभी लोगों की निगाहें गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित उस लग्जरी होटल पर टिकी हैं, जहां शिवसेना के एकनाथ शिंदे और उनका समर्थन कर रहे विधायक ठहरे हुए हैं. इस होटल में कड़ा पहरा है और अंदर जो हो रहा है, उसकी भनक तक किसी को नहीं लग रही है. होटल के एक कर्मचारी ने PTI को बताया कि होटल अगले एक हफ्ते के लिए कोई नयी बुकिंग नहीं ले रहा है क्योंकि "हमारे पास कोई खाली कमरा नहीं है." कर्मचारी से होटल के भीतर विधायकों की गतिविधियों के बारे में सवाल पूछने से पहले ही उसने कहा, "कृपया मुझसे उनके बारे में कोई सवाल मत कीजिए. मैं उस संबंध में कुछ भी नहीं कह सकता हूं."
इस होटल में 196 कमरे हैं और अगले कुछ दिनों के दौरान बुकिंग की ऑनलाइन तलाश करने पर जवाब मिला कि "इन तारीखों के लिए कोई कमरा उपलब्ध नहीं है."
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होटल के एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि सभी कमरे बुक हो गए हैं क्योंकि नीलांचल पर्वत पर स्थित मशहूर कामाख्या मंदिर में चार दिवसीय अम्बुबाची मेला शुरू हो गया है. होटल में और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुरक्षा बंदोबस्त पर नजर रख रहे हैं. शीर्ष पुलिस अधिकारी भी होटल के भीतर मेहमानों और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं. मीडियाकर्मी बुधवार से ही होटल के बाहर डेरा डाले हुए हैं, जब महाराष्ट्र के नेता यहां पहुंचे थे लेकिन किसी को भी होटल के भीतर जाने नहीं दिया गया है.
कांग्रेस ने होटल के समीप प्रदर्शन करते हुए शिंदे और अन्य विधायकों से राज्य से वापस लौटने की मांग की. राज्य विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहा है और इसमें 108 लोगों की मौत हो चुकी है तथा करीब 46 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने पहले कहा था कि विधायकों के दौरे को लेकर विवाद की कोई वजह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "हम अभी राज्य का दौरा करने के लिए सभी पर्यटकों का स्वागत करते हें क्योंकि हमें विनाशकारी बाढ़ से निपटने के लिए निधि की आवश्यकता है. हम लक्ष्मी माता को क्यों लौटाए जब हमारे ज्यादातर होटल खाली हैं या उनमें कम लोग ठहरे हुए हैं?"
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आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे और अन्य विधायक बुधवार सुबह एक चार्टर्ड विमान से सूरत से यहां पहुंचने के बाद उस होटल में ठहरे हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी सांसद पल्लब लोचन दास और विधायक सुशांत बोरगोहेन ने हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी की थी. महाराष्ट्र के विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच असम राज्य परिवहन निगम की तीन बसों में होटल ले जाया गया था.
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