Maharashtra: 'भाजपा में CM का बेटा नहीं बनता है मंत्री', गडकरी ने उद्धव ठाकरे पर बोला बड़ा हमला

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 13, 2022, 11:11 PM IST

Maharashtra में उद्धव ठाकरे सरकार के दौरान सीएम के बेटे आदित्य ठाकरे भी मंत्रिमंडल में थे जिसको लेकर अब नीतीश गडकर पर तगड़ा हमला बोला है.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में शिवसेना के शिंदे गुट के नेता को सीएम बनाकर भाजपा फिर सत्ता में आ गई है. अब पार्टी के हक को लेकर फैसला सुप्रीम कोर्ट के हाथ में है लेकिन भाजपा के खिलाफ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आक्रामक ही रहे हैं और बीजेपी पर धोखे का आरोप लगा रहे हैं. वहीं आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी  (Nitin Gadkari) ने एक बड़ा बयान देते हुए स्पष्ट तौर पर उद्धव को वंशवाद को बढ़ावा देने वाला नेता बताया है और कहा है कि बीजेपी में वंशवाद की कोई परंपरा ही नहीं है. 

दरअसल, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखकर बावनकुले की जमकर तारीफ की है. अपने संबोधन  के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा सिर्फ भाजपा में ही संभव है, जहां एक आम कार्यकर्ता अपनी मेहनत के पार्टी के शीर्षस्थ पद तक पहुंच जाए. गडकरी ने यहां तक कह डाला कि भाजपा उन पार्टियों में नहीं, जहां मुख्यमंत्री का बेटा खुद-ब-खुद मंत्री बन जाए.  माना जा रहा है ऐसा कहकर उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे पर तंज कसा है और हाल ही दोनों की कुर्सी जा चुकी है. 

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नेता के बेटे में हो काबिलियत  

गौरतलब है कि नितिन गडकरी महाराष्ट्र भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के सम्मान समारोह में बोल रहे थे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि किसी नेता का बेटा होना कोई गुनाह नहीं लेकिन साथ ही यह भी कहा कि पार्टी में कोई ओहदा पाने के लिए लोगों को अपनी काबिलियत दिखानी होगी. आपको बता दें कि कभी नागपुर में ऑटो रिक्शा चलाने वाले चंद्रशेखर बावनकुले ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए एक लंबा सफर तय किया है।

नए अध्यक्ष की तारीफ 

ध्यान देने वाली बात यह भी है कि इससे पहले वह साल 2014 में देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में राज्य के ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं. हालांकि 2019 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट देने से इंकार कर दिया था.  नितिन गडकरी ने अपने भाषण के दौरान इस बात का भी जिक्र किया कि  जब 2019 के विधानसभा चुनाव में बावनकुले को टिकट नहीं मिला तो वह बिल्कुल भी निराश नहीं हुए थे. यही वजह रही कि सही वक्त आने पर पार्टी ने उन्हें इस ओहदे से नवाजा है. 

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गौरतलब है कि नितिन गडकरी महाराष्ट्र से आते हैं और वे भी एक वक्त तक महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी पकड़ रखते थे लेकिन बाद में उन्हें केन्द्र नेतृत्व ने दिल्ली बुला लिया. हालांकि वे आए दिन किसी न किसी बहाने से उद्धव ठाकरे समेत कांग्रेस और एनसीपी पर हमला बोल देते हैं.

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