डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र सरकार ने किन्नर समुदाय (Third Gender) के लिए बड़ा फैसला लिया है. अब किन्नर समुदाय के लोगों को नया राशन कार्ड (Ration Card) लेने के लिए आवास प्रमाण पत्र (ID Proof) और पहचान पत्र नहीं देना होगा.
अगर किन्नर समुदाय के किसी व्यक्ति का नाम स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी में दर्ज है, या उसके पास वोटर आईडी कार्ड है तो उसके नाम से राशन कार्ड जारी हो सकेगा. वोटर आईडी उस जगह की होनी चाहिए, जहां वह थर्ड जेंडर के तौर पर रजिस्टर है.
Kinner death rituals: रात में ही क्यों निकाली जाती है किन्नरों की शव यात्रा? जूते-चप्पलों से क्यों पीटा जाता है शव?
अब तक हाशिए पर हैं थर्ड जेंडर कम्युनिटी
किन्रर समुदाय आज भी हाशिए पर है. समाजिक तौर पर उन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है. मुख्य धारा में शामिल होने के लिए उन्हें लंबी लड़ाई लड़नी पड़ रही है. उन्हें रहने के घर मिलने में भी मुश्किलों से जूझना पड़ता है. उन्हें जॉब ढूंढने में दिक्कतें आती हैं और किसी भी प्रोफेशन में उनकी मौजूदगी बेहद कम है.
Rajasthan: नेग लेने पहुंचे किन्नरों ने किया था वादा, अब धूमधाम से कराई दो बेटियों की शादी
अब महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले से उन्हें बड़ी मदद मिल सकती है. राशन कार्ड बनवाने के लिए उन्हें आसानी होगी और वे राज्य और केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली योजनाओं का लाभ आसानी से ले सकेंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.