डीएनए हिंदी: कैश फॉर क्वेरी विवाद में महुआ मोइत्रा गुरुवार को एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुई थीं. हालांकि, यहां भी काफी विवाद हो गया और टीएमसी सांसद ने वॉक आउट कर दिया. मीडिया के सामने भी वह बेहद गुस्से में नजर आईं और उन्होंने कमेटी के चेयरमैन पर निजी और आपत्तिजनक सवाल पूछने का आरोप लगाया. विपक्षी सांसदों ने भी टीएमसी सांसद का समर्थन करते हुए इसे संसदीय मर्यादा के विरुद्ध बताया है. बीएसपी सांसद दानिश अली ने इसकी तुलना द्रौपदी के चीरहरण से कर डाली है. उन्होंने कहा कि महिला सांसद से आपत्तिजनक सवाल पूछे गए जो कि सरासर गलत हैं और यह महिलाओं का अपमान है. दूसरी ओर चेयरमैन विनोद सोनकर ने इन आरोपों से इनकार किया है.
दानिश अली ने की चीरहरण से तुलना
महुआ मोइत्रा से एथिक्स कमेटी के सवालों पर दानिश अली ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस प्रकरण को शर्मनाक और संसदीय मर्यादा के खिलाफ बताया है. उन्होंने कहा कि महाभारत में कौरवों की सभा में जैसा व्यवहार द्रौपदी के साथ किया गया था वैसा ही व्यवहार आज टीएमसी की महिला सांसदे के साथ हुआ है. संसदीय इतिहास में यह शर्मसार करने वाला दिन है. महुआ ने आरोप लगाया है कि उनसे अनैतिक सवाल पूछे गए जिसमें यह भी पूछा था कि देर रात तक वह किससे बात करती हैं.
यह भी पढ़ें: 'कपड़े उतारे, मोबाइल छीनकर अश्लील वीडियो बनाई' IIT BHU में छात्रा से छेड़खानी पर बवाल
एथिक्स कमेटी के चेयरमैन ने आरोपों से किया इनकार
एथिक्स कमेटी के चेयरमैन और बीजेपी सांसद विनोद सोनकर का कहना है कि कमेटी ने महुआ मोइत्रा को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था. वह सदस्यों पर गुस्सा करने लगीं और उन्होंने कुछ ऐसे शब्द इस्तेमाल किए जो कि संसदीय मर्यादा के अनुकूल नहीं थे. उनसे कमेटी की ओर से कोई ऐसा प्रश्न नहीं किया गया जो निजी जीवन से संबंधित हो. बता दें कि वॉक आउट के दौरान बाहर निकलते हुए भी टीएमसी सांसद बेहद गुस्से में दिख रही थीं और मीडिया के सामने भी वह चिल्लाती नजर आई.
निशिकांत दुबे ने जांच में असहयोग बताया
बता दें कि सवाल पूछने के बदले गिफ्ट लेने का आरोप लगाते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को एक पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी. इस संबंध में बीजेपी सांसद और सुप्रीम कोर्ट में वकील जय अनंत देहाद्राई अपना पक्ष रख चुके हैं. टीएमसी सांसद को गुरुवार को अपना पक्ष रखना था लेकिन उन्होंने वॉक आउट कर दिया. इस पर बीजेपी सांसद का कहना है कि यह जांच से भागने का तरीका है और टीएमसी सांसद आरोपों की सफाई देने के बजाय जांच में असहयोग कर रही हैं.
यह भी पढ़ें: कैश फॉर क्वेरी विवाद में महुआ मोइत्रा का बवाल, एथिक्स कमेटी से किया वॉक आउट
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.