डीएनए हिंदी: संसद हो या सोशल मीडिया महुआ मोइत्रा केंद्र सरकार पर बेहद आक्रामक अंदाज में हमले करती हैं. बीजेपी पर लगातार तीखे हमले करने के साथ ही वह सदन में दिए अपने भाषणों की वजह से भी चर्चा में रहती हैं. इसके अलावा, वह लोकसभा में कई मुद्दों पर जोर-शोर से सवाल उठाती हैं. अब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर गंभीर आरोप लगाया है. दुबे का कहना है कि लोकसभा में प्रश्न पूछने के लिए टीेमसी सांसद ने मुंबई के एक कारोबारी से कैश और काफी सारे महंगे तोहफे भी लिए हैं. उन्होंने इसे विशेषाधिकार का उल्लंघन और 'सदन की अवमानना' करार देते हुए कार्रवाई की मांग की है. दुबे ने ओम बिरला को पत्र लिखकर इस पर कार्रवाई की मांग की है.
निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मुंबई के एक बिजनेसमैन के कहने पर लोकसभा में सवाल पूछे हैं. देश की संसद में सवाल पूछने के बदले महुआ को कारोबारी ने कैश और गिफ्ट दिए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोइत्रा ने संसद में कुल 61 सवाल पूछे हैं जिसमें से लगभग 50 प्रश्न सुरक्षा से संबधित हैं. महुआ पर आरोप लगाते हुए उन्होंने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखा है और उनसे कार्रवाी की मांग की है. बता दें कि कैश के बदले सवाल पूछने का मामला कुछ साल पहले भी चर्चा में रहा था.
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कैश फॉर क्वेरी कांड में गई थी 11 सांसदों की सदस्यता
संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने का एक स्टिंग ऑपरेशन 2005 में आया था. कैश फॉर क्वेरी कांड में उस वक्त दोषी पाए गए 11 सांसदों की सदस्यता चली गई थी. निशिकांत दुबे ने अपने पत्र में लिखा है कि यह मामला बेहद गंभीर है. पैसे लेकर सदन में सवाल पूछने का यह मामला कैश फॉर क्वेरी कांड जैसा है. उन्होंने लोकसभा स्पीकर से इस पर कार्रवाई की अपील करते हुए कहा है कि इसे भ्रष्टाचार के साथ अवमानना के दोषी के दायरे में भी देखा जाना चाहिए.
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महुआ मोइत्रा ने किया तीखा पलटवार
महुआ मोइत्रा ने निशिकांत दुबे का नाम लिए बिना ही एक्स पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्बोंने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए पलटवार किया है. उन्होंने लिखा, 'फर्जी डिग्रीवाला और बीजेपी के कई दूसरे दिग्गजों के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन मामले अभी लंबित चल रहे हैं. अध्यक्ष द्वारा उन पर कार्यवाही समाप्त करते ही मेरे विरुद्ध आए किसी भी प्रस्ताव का तुरंत स्वागत करना चाहिए. ईडी और दूसरी जांच एजेंसियों को मेरे पास भेजने से पहले अडानी कोयला घोटाले में एफआईआर दर्ज करने का भी इंतजार कर रहे हैं.'
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