डीएनए हिंदी: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से बीजेपी ने तीन राज्यों में जीत की हैट्रिक लगाई है. बीजेपी की इस जीत ने इंडिया गठबंधन की टेंशन बढ़ा दी है. इसी मुद्दे पर विपक्षी गठबंधन की 6 दिसंबर अहम बैठक होने जा रही है. लेकिन इस बैठक से पहले उसे बड़ा झटका लगा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
ममता बनर्जी ने राज्य के उत्तरी क्षेत्र में अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए सोमवार को कहा कि वह 6 दिसंबर को दिल्ली में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगी. ममता ने कहा कि वह बैठक की तारीख से वाकिफ नहीं थीं और संकेत दिया कि अगर उन्हें पहले से सूचित किया गया होता तो उन्होंने अपना यात्रा कार्यक्रम पुनर्निर्धारित किया होता.
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2024 की रणनीति पर होगी चर्चा
बता दें कि इंडिया गठबंधन के नेता 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए 6 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक करने वाले हैं. ममता ने राजभवन के बाहर कहा, ‘मैं छह दिसंबर से 11 दिसंबर तक उत्तर बंगाल का दौरा करूंगी. मुझे छह दिसंबर को बैठक की तारीख के बारे में जानकारी नहीं थी. अगर मुझे बैठक की तारीख के बारे में पहले से पता होता तो मैं अपनी यात्रा को पुनर्निर्धारित कर सकती थी.’ बैठक में TMC के किसी अन्य नेता की शामिल होने के बारे में भी फिलहाल जानकारी नहीं है.
ममता बनर्जी ने अपने भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ इंडिया की पिछली बैठकों में लगातार भाग लेती रही हैं. बुधवार को होने वाली इस बैठक में नेताओं द्वारा चुनाव से पहले सामूहिक रूप से बीजेपी का मुकाबला करने की अपनी योजना पर विचार-विमर्श करने और उसे अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है.
सही सीट बंटवारा ही BJP को रोकने का तरीका
ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर उचित सहमति बन जाए तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्र की सत्ता कायम नहीं रख पाएगी. राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत पर उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी को जश्न मनाने की जरूरत नहीं है क्योंकि मतों का अंतर कम था.
विधानसभा परिसर में ममता बनर्जी ने कहा कि विरोधियों के बीच वोटों के बंटवारे के कारण ही भाजपा राजस्थान में कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीत सकी. उन्होंने कहा कि रणनीति को अंतिम रूप देना होगा. मुझे लगता है कि अगर सीटों का बंटवारा ठीक से हो गया तो भाजपा दोबारा (केंद्र की)सत्ता में नहीं आ पाएगी.
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