Manipur: असम राइफल्स ने 75 महिलाओं को उग्रवादियों से बचाया, 2 घंटे तक चली गोलीबारी

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: May 20, 2024, 10:45 AM IST

Assam Rifles (File Photo)

ये मैतेई महिलाएं (Meitei Women) मीरा पैबिस यानी महिला कार्यकर्ताएं थीं. ये बिष्णुपुर जिले के वारियोसिंग इलाके में रात में पहरा दे रही थीं.

मणिपुर (Manipur) में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसको लेकर लगातार हिंसा की खबरें आती रहती हैं. इस समय बड़ी खबर ये आ रही है कि असम राइफल्स (Assam Rifles) ने शुक्रवार रात को कुकी उग्रवादियों (Kuki Militants) के हमले से 75 मैतेई महिलाओं (Meitei Women) को बचाया था. ये मैतेई महिलाएं मीरा पैबिस यानी महिला कार्यकर्ताएं थीं. ये बिष्णुपुर जिले के वारियोसिंग इलाके में रात में पहरा दे रही थीं. इन्हें ये नहीं पता था कि उनका गांव कुकी उग्रवादियों से चारों तरफ से घिरा हुआ है. असम राइफल्स के अधिकारियों ने बताया कि इन्हें बचाने के दौरान उग्रवादियों के साथ दो घंटे तक की गोलीबारी चली थी.


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इस मामले को लेकर अधिकारी ने बताया
इस मामले को लेकर असम राइफल्स के एक अधिकारी ने बताया कि 'रात के लगभग 10:30 बज रहे थे. उस बीच हमें अपने नाइट विजन थर्मल कैमरों में कुछ उग्रवादी दिखाई दिए. ये तलहटी इलाकों में छिपकर उग्रवादी गतिविधियां कर रहे थे. ये लोग बफर जोन में स्थित सड़कों पर मैतेई महिलाओं के नजदीक जा रहे थे. ये महिलाएं अपने गांवों की रखवाली कर रही थीं.' आगे उन्होंने बताया कि 'ये उग्रवादी बफर जोन के 500 मीटर के अंदर तक आ चुके थे.' आपको बताते चलें कि मणिपुर गोलीबारी की ये घटना करीब तीन हफ्ते बाद हुई है.

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