डीएनए हिंदी: दिल्ली जेल प्रशासन ने आम आदमी पार्टी (आप) के आरोपों को निराधार बताते हुए बुधवार को कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisosia) को तिहाड़ की केंद्रीय जेल संख्या एक के एक वार्ड में रखा गया है, जहां कम से कम कैदी हैं और कोई गैंगस्टर नहीं है. जेल प्रशासन ने आप के सांसद संजय सिंह और विधायक सौरभ भारद्वाज के बयानों के बाद यह जवाब जारी किया है.
आम आदमी पार्ट के नेता सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया को तिहाड़ जेल में खूंखार कैदियों के साथ रखा जा रहा है और उन्हें ‘विपश्यना सेल’ में रखने से इनकार कर दिया गया है. वहां उनकी हत्या हो सकता है. भारद्वाज ने कहा, ‘मनीष सिसोदिया को जेल के विपश्यना सेल में रखने का अनुरोध किया गया था और अदालत ने इसे मंजूरी दे दी थी, लेकिन इसके बाद भी उन्हें जेल संख्या एक में अपराधियों के साथ क्यों रखा जा रहा है? केंद्र को इसका जवाब देना चाहिए.
ये भी पढ़ें- AAP ने लगाए गंभीर आरोप, 'जेल में कराई जा सकती है मनीष सिसोदिया की हत्या'
जेल अधिकारियों ने आप नेताओं के बयानों के जवाब में कहा, 'मनीष सिसोदिया को उनकी सुरक्षा के मद्देनजर एक अलग वार्ड में रखा गया है. वार्ड में कम से कम कैदी हैं और वे अपराधी नहीं हैं और जेल के अंदर अच्छा व्यवहार कर रहे हैं. जेल अधिकारियों के अनुसार, एक अलग प्रकोष्ठ होने से वह बिना किसी व्यवधान के ध्यान या ऐसी अन्य गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं.
जेल में सिसोदिया और सत्येंद्र जैन, अकेले पड़े केजरीवाल होली न मनाकर ध्यान पर बैठे
20 मार्च तक कस्टडी में सिसोदिया
एक अधिकारी ने बताया कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, जेल के नियमों के अनुसार, सभी व्यवस्था की गई है. उन्हें रखे जाने के बारे में कोई भी आरोप निराधार है. सीबीआई ने आबकारी नीति घोटाला मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में हैं.
पीएम मोदी ने क्यों साध रखी है चुप्पी?
सौरभ भारद्वाज ने इस पूरे मुद्दे पर पीएम मोदी को भी घसीटा है. उन्होने कहा कि इस मामले में क्यों प्रधानमंत्री चुप्पी साधे बैठे हैं. आप को राजनीतिक रूप से नुकसान आप नहीं पहुंचा पा रहे हैं तो जेल में भेज दिया और अब हमारे नेताओं की हत्या के लिए इस तरह का षड़यंत्र रच रहे हैं. (भाषा इनपुट के साथ)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.