डीएनए हिंदी: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को आकाशवाणी पर प्रसारित अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) को भारतीयों की भावनाओं की अभिव्यक्ति और ‘आध्यात्मिक यात्रा’ का विषय करार दिया. जिसने साल 2014 में उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद महसूस किए गए 'खालीपन' को भर दिया. 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का प्रसारण हुआ. इस दौरान पीएम मोदी ने कुछ ऐसे लोगों से बात की जो चेंजमेकर्स के तौर पर काम कर रहे हैं. जिनकी अनूठी पहल को प्रसारण में दिखाया गया था. प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मन की बात' में जिन लोगों का हम जिक्र करते हैं वो सब हमारे Heroes हैं. आइये जानते हैं कौन हैं वो चार लोग जिनसे पीएम मोदी ने बात की.
सुनील जागलान: सुनील जागलान 'सेल्फी विद डॉटर' कैंपेन चलाते हैं. जागलान ने जून 2015 में एक गांव से एक कैंपेन की शुरूआत की थी. बाद में उन्होंने इस पहल के लिए एक वेबसाइट बनाई, जहां हजारों लोग अपनी बेटियों के साथ सेल्फी साझा करते हैं. पीएम मोदी ने 'मन की बात'में हरियाणा के रहने वाले सुनील जालान की जिक्र किया. उन्होंने सुनील जागलान की तारीफ करते हुए कहा कि मेरे मन में इनका काफी प्रभाव है. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने जब ये कैंपेन देखा तो मुझे बेहद खुशी हुई. मुझे उनसे भी सीखने को मिला है और इसलिए मैंने उन्हें मन की बात कार्यक्रम में शामिल किया है.
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प्रदीप सांगवान: पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में मन की बात के तहत प्रदीप सांगवान से बात की. प्रदीप सांगवान 'हीलिंग हिमालय' कैंपेन चलाते हैं. सांगवान की टीम स्वच्छता को लेकर कैंपेन चलाती है. उनकी टीम विभिन्न स्थानों से रोजाना 5 टन कचरा एकत्रित करती है. उनका कैंपेन ग्रामीण हिमालयी क्षेत्र में सफाई अभियान, अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य गतिविधियों पर केंद्रित है. पीएम मोदी ने प्रदीप के इस अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप हिमालय की चोटियों पर सच्चे अर्थों में साधना कर रहे हैं.
मंजूर अमहद: पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के रहने वाले मंजूर अहमद से बात की. मंजूर का कश्मीर के एक गांव में पेंसिल बनाने की एक यूनिट है, जो 200 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करती है. पुलवामा जिले के ओखू गांव अब 'भारत के पेंसिल गांव' के नाम से जाना जाता है. पीएम मोदी ने मन की बात में मंजूर अहमद की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह पेंसिल बनाकर भारत के लोगों को शिक्षित करने में मदद कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने मंजूर से कहा कि आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा. उन्होंने मंजूर से पूछा भी कि पेंसिल का काम कैसा चल रहा है? इसपर मंजूर ने पीएम मोदी से कहा, 'बहुत अच्छे से चल रहा है.'
विजयशांति देवी: मणिपुर की रहने वाली विजयशांति देवी कमल के रेशो से कपड़े बनाती हैं. विजयशांति के साथ 30 महिलाएं काम करती हैं. उनका लक्ष्य 100 महिलाओं को रोजगार देने का है. उनका कहना है कि वह जल्द ही अपने उत्पादों का निर्यात करेंगी. विजयशांति के इस अनूठे और पर्यावरण विचार के लिए पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में उनकी काफी प्रशंसा की.
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