यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बीजेपी का साथ देंगी या नहीं? मायावती ने बता दिया क्या है उनका प्लान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 02, 2023, 12:15 PM IST

Mayawati on UCC

Uniform Civil Code Mayawati: बसपा चीफ मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ नहीं है लेकिन वह इसे थोपने का विरोध करती है.

डीएनए हिंदी: यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) पर सरकार की तैयारियां जोरों पर हैं. विधि आयोग की ओर से की जा रही राय शुमारी के बीच चर्चा है कि संसद के मॉनसून सत्र में इसे पेश किया जा सकता है. ऐसे में आम आदमी पार्टी (AAP) ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन करके सबको हैरान कर दिया है. अब बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की चीफ मायावती भी इसके समर्थन में आती दिख रही हैं. हालांकि, मायावती ने कहा है कि इसे जबरन लागू नहीं किया जाना चाहिए. मायावती ने यूनिफॉर्म सिविल कोड से होने वाले फायदे भी गिना डाले हैं.

मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है, 'संविधान की धारा 44 में UCC बनाने का प्रयास तो वर्णित है लेकिन इसे थोपने का नहीं. इसलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही बीजेपी को देश में UCC को लागू करने के लिए कोई कदम उठाना चाहिए था. हमारी पार्टी UCC को लागू करने के खिलाफ नहीं है बल्कि बीजेपी और इनकी सरकार द्वारा इसे देश में लागू करने के तरीके से सहमत नहीं है.'

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UCC पर क्या बोंली मायावती?
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने कहा, 'इतनी बड़ी आबादी वाले भारत देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी और बौद्ध आदि धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. सबके अपने-अपने रहन-सहन के तरीके और रीति-रिवाज हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. इसके बावजूद यह बात सोचने वाली है कि जब सब पर समान कानून लागू होता है तो उससे देश मजबूत होगा और लोगों के बीच आपसी भाईचारा भी बढ़ेगा.'

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उन्होंने आगे कहा, 'बीजेपी को चाहिए कि वह इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही कोई कदम उठाए. मैं कहना चाहूंगी कि हमारी पार्टी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के खिलाफ नहीं है बल्कि हम इसे लागू करने के तौर-तरीकों से सहमत नहीं है.' मायावती ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी अपने एजेंडे से ऊपर उठकर इसे लाती है तब तो वह इसका समर्थन करेंगी वरना उनकी पार्टी इसका विरोध करेगी.

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