डॉ. सुभाष चंद्रा की अध्यक्षता में एक ऐतिहासिक मीडिया-मीट प्रेस कॉन्फ्रेंस 3 जून यानी सोमवार को दिल्ली के ली मेरिडियन होटल में आयोजित की जा रही है. इस समारोह में प्रेस की आजादी, समाचार क्षेत्र का विकास, निजी सैटेलाइट उद्योग और भारत में समाचार व्यवसाय करने में आसानी जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हो रही है. 3 मई 2024 को डॉ. चंद्रा की तरफ से जारी 'प्रेस की आजादी' वीडियो संदेश हाल ही में खूब वायरल हुआ है, ये संदेश एक लोकतांत्रिक समाज को बनाए रखने में स्वतंत्र मीडिया के महत्व को दर्शाता है. इस कार्यक्रम में पंजाब सरकार की तरफ से हाल ही में ज़ी मीडिया नेटवर्क टीवी चैनलों पर लिए गए फैसले को लेकर भी चर्चा की जा रही है.
Zee Media से जुड़े चैनलों के संपादक हुए शरीक
मीडिया क्षेत्र में अपनी दूरदर्शी भूमिका के लिए पहचाने जाने वाले डॉ. सुभाष चंद्रा ने अपने विचार और अनुभव साझा कर रहे हैं. ज़ी न्यूज़, ज़ी भारत और ज़ी पंजाब और हिमाचल, ज़ी राजस्थान और ज़ी 24 घंटा जैसे क्षेत्रीय चैनलों सहित ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ZMCL) के विभिन्न चैनलों के संपादक इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं, जो वर्तमान मीडिया परिदृश्य पर एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान कर रहे हैं.
डॉ. सुभाष चंद्रा ने मीडिया को किया आगाह
समारोह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा कि 'हम सभी मीडिया वालों से कहना चाहते हैं कि आज जो ज़ी के साथ हुआ है, वो कल किसी और मीडिया के साथ हो सकता है. मैं सभी से कहना चाहता हूं कि अगर आज हम एक नही हुए तो कल फिर ये दोहराया जाएगा, मैं बस ये कहना चाहता हूं की सभी के साथ खड़ा हूं.' आगे डॉ. चंद्रा ने कहा कि 'मीडिया किसी भी सरकार का फीडबैक मैकेनिज्म है. अगर फीडबैक को दबा दिया जाएगा तो सरकार कैसे जागेगी और जानेगी कि क्या हुआ.' साथ ही उन्होंने कहा कि 'Zee media ने पहली बार AI Exit Poll का इस्तेमाल किया है.'
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