डीएनए हिंदी: IAS दिव्या मित्तल अक्सर चर्चा में बनी रहती हैं. चंद्रयान-3 की लैंडिंग के वक्त जनता के बीच पूरे जोश से खुशी मनाना हो या फिर औचक निरीक्षण के दौरान लोगों की समस्याएं सुनना, हर मौके पर उनकी तारीफ होती है. मीरजापुर की जिलाधिकारी के पद से उनके ट्रांसफर के बाद यहां की जनता काफी भावुक है. अब एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि लोग दिव्या मित्तल की विदाई के समय उन पर गुलाब के फूल बरसा रहे हैं. इस दौरान लोग जोर-जोर से भारत माता की जय के नारे भी लगा रहे हैं. इस मौके पर दिव्या मित्तल ने भी कहा कि लोगों ने उनको इतना प्यार दिया कि उनकी झोली भर गई.
एक साल पहले यूपी के मीरजापुर की जिलाधिकारी बनीं दिव्या मित्तल का इतनी जल्दी ट्रांसफर हो जाना लोगों को खल गया. मीरजापुर से जाने से पहले दिव्या मित्तल को नगर के पक्का घाट पर आम नागरिकों ने विदाई दी. लोगों ने फूलों की वर्षा करके अपना प्रेम प्रदर्षित किया. कलेक्ट्रेट से निकलते वक्त लोगों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम के साथ ही जब तक सूरज चांद रहेगा, दिव्या मित्तल का नाम रहेगा के नारे लगाए.
यह भी पढ़ें- ISRO की महिला वैज्ञानिक वलारमथी का निधन, चंद्रयान 3 मिशन से था खास कनेक्शन
मीरजापुर ने बेटी की तरह की विदाई
जिलाधिकारी के रूप में दिव्या मित्तल ने 19 सितंबर 2022 को सोमवार को कार्यभार ग्रहण किया था. शुक्रवार की रात अचानक उनका नाम प्रदेश में हुए तबादले की सूची में आ गया. वर्षों बाद उन्होंने कजली पर्व को लोकल हॉलीडे घोषित कराया था. उनके तबादले की सूची आते ही आम जन मानस के साथ ही विपक्षी राजनैतिक दल भी हैरान रह गए. आज़ादी के बाद से जो जिले में नहीं हुआ था, वह दिव्या मित्तल ने एक ही साल साल में कर दिखाया. लहुरियादह गांव में पानी पहुंचाना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि रही. इसके अलावा चुनार महोत्सव, कजली महोत्सव, गंगा दशहरा महोत्सव, विंध्य महोत्सव और कजरी स्मारक समेत तमाम कार्यो के साथ ही परिवारिक स्वभाव के चलते लोगों से जुड़ती चली गई.
यही वजह रही कि जनता ने उनको अपनी बेटी की तरह ही विदा किया. विदाई समारोह में पहुंचीं दिव्या मित्तल के गाड़ी से उतरते ही लोगों ने फूल बरसाए. कुर्सी पर बैठते ही लोगों ने फूलों की टोकरी ही उन पर पलट दी. पक्का घाट पर आम जनता के बीच दिव्या मित्तल ने कहा, 'आप लोगों से मिल रहे स्नेह से अभिभूत हूं. मैं खाली झोली लेकर आई थी, माता से कहा था कि थोड़ी भर दो. उन्होंने इतना आशीर्वाद, प्रेम दिया कि मेरी झोली छोटी पड़ गई. आप सबके प्रेम ने मुझे इतना तर कर दिया मानो गंगा जी के पानी में मैं निरंतर स्नान कर रही हूं. कहा जाता है कि जब आपका पद नहीं रहता तब आपके साथ कोई नहीं रहता. इस सेवा में शुरू से सिखाया जाता है. जब पद नहीं रहेगा कोई आपके साथ खड़ा नहीं होगा लेकिन आज इतने सारे लोग खड़े हैं. आज मैं आपको कुछ नहीं दे सकती. ज्यादातर लोगों को कुछ दिया भी नहीं होगा. बस मैंने मिर्जापुर के लोगों से स्नेह किया. पलटकर इतनी भारी इतना ज्यादा स्नेह वापस आया है. मैं ज्यादा कहने में सक्षम नहीं हूं.'
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के लेक्चरर की नौकरी बहाल, अनुच्छेद 370 पर SC में पेशी की वजह से हुए थे सस्पेंड
कौन हैं IAS दिव्या मित्तल?
IAS दिव्या मित्तल 2013 बैच की अधिकारी हैं. यूपी काडर की अधिकारी दिव्या मीरजापुर से पहले संत कबीर नगर जिले की डीएम रह चुकी हैं. उन्होंने बरेली विकास प्राधिकरण में वाइस चेयरपर्सन, UPSIDA में ज्वाइंट एमसडी, गोंडा में सीडीओ और मेरठ के मवाना और सीतापुर के सिधौली में एसडीएम के पद पर काम किया है. उन्होंने आईआईटी दिल्ली से बीटेक और आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए किया है.
.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.