डीएनए हिंदी: मेघालय में मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा (CM Conrad Sangma) का दफ्तर पर सोमवार को भीड़ ने हमला कर दिया. इस हमले में पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि इस हमले में सीएम संगमा बाल-बाल बच गए, वह सुरक्षित हैं. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. जानकारी के मुताबिक, सैंकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री कार्यालय को घेर लिया है. भीड़ ने सीएम ऑफिस के गेट को तोड़ने की भी कोशिश की है.
दरअसल, गारो हिल्स स्थित सिविल सोसाइटी ग्रुप के लोग तुरा में विंटर कैपिटल बनाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर हैं. सीएम कॉनराड संगमा ने आंदोलनकारियों को सीएम ऑफिस बातचीत करने के लिए बुलाया था. तीन घंटे से सीएम के साथ बैठक चल रही थी. तभी अचानक सैंकड़ों की भीड़ सीएम आवास में घुस आई और पथराव शुरू कर दिया. इस हमले में सुरक्षा में तैनात पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. हालांकि गनीमत यह रही कि सीएम संगमा इस हमले की चपेट से बच गए.
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हमले पर सीएम की आई प्रतिक्रिया
हमले पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज तुरा में सीएम सचिवालय के बाहर जो घटना हुई, वह वास्तव में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. जबकि बैठक लगभग खत्म हो चुकी थी. हमने बाहर से कुछ हलचल सुनी और ऐसा लगता है कि पथराव उन लोगों द्वारा शुरू किया गया था जो आंदोलनकारी समूहों का हिस्सा नहीं थे. पुलिस की ओर से आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. मैंने फैसला किया है कि मैं उन सभी लोगों को चिकित्सा भत्ता के रूप में 50,000 रुपये दूंगा जो इस हमले में घायल हुए हैं. उनका इलाज का खर्चा भी सरकार उठाएगी.'
50 साल से उठ रही मांग
सिविल सोसाइटी ग्रुप का कहना है कि 1972 में मेघालय को राज्य का दर्जा मिला था. उस दौरान तुरा को राजधानी बनाने की बात कही गई थी. लेकिन अभी तक इस वादे को पूरा नहीं किया गया. आंदोलनकारियों का कहना कि हम तुरा को मिनी सचिवालय के रूप में भी देखने को तैयार हैं.
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