Mehul Choksi PNB Scam: मेहुल चोकसी जो कि पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के धोखाधड़ी मामले का मुख्य आरोपी है, अब काफी तनाव में है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) उसे 'भगोड़ा आर्थिक अपराधी' (Fugitive Economic Offender) साबित करने की कोशिश में लगी हुई है है. चोकसी का आरोप है कि ईडी बार-बार अपने बयान बदल रही है.
चोकसी ने की भागने की तैयारी
ईडी के मुताबिक चोकसी ने भारत छोड़ने की प्लानिंग पहले से कर ली थी. FIR दर्ज होने से दो महीने पहले यानी नवंबर 2017 में, उसने एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता (Citizenship) ले ली थी. ईडी का कहना है कि चोकसी ने 2 जनवरी 2018 को संदिग्ध हालात (Suspicious Circumstances) में भारत छोड़ा दिया था.
चोकसी का बचाव
चोकसी ने अपने वकीलों के जरिए से ईडी के आरोपों को खारिज किया है. उसका कहना है कि एजेंसी ने अपने दावों को सपोर्ट करने के लिए कोई पुख्ता सबूत नहीं दिए हैं. अब वह भगोड़ा आर्थिक अपराधी (FEO) अधिनियम के तहत कार्रवाई का सामना कर रहा है, जिसके तहत सरकार उसकी संपत्ति जब्त कर सकती है.
आगे की कार्रवाई
अगस्त में अदालत ने ईडी से कहा था कि वह सबूत पेश करे कि क्या चोकसी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा सकता है. ईडी का कहना है कि चोकसी को पहले से पता था कि उसका धोखाधड़ी का मामला सामने आने वाला है, इसलिए उसने नवंबर 2017 में एंटीगुआ का पासपोर्ट ले लिया था.
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चोकसी की याचिका
चोकसी ने विशेष पीएमएलए अदालत में याचिका दायर की है कि उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की ईडी की मांग को खारिज किया जाए. चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी इस घोटाले के मुख्य आरोपी हैं. चोकसी का कहना है कि ईडी बार-बार अपने दावों में बदलाव कर रही है, जिससे उसकी स्थिति कमजोर हुई है.
इस मामले में आगे क्या होता है ये देखना दिलचस्प होगा. इतना लेकिन तय है कि चोकसी की मुश्किलें कम नहीं होने वाली हैं.
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