Mahadev Book समेत सट्टेबाजी वाली 21 ऑनलाइन ऐप्स पर लगा बैन, ईडी की जांच के बाद एक्शन

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 06, 2023, 06:51 AM IST

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Mahadev App Scam Case: महादेव ऐप पर केंद्र सरकार ने बैन लगा दिया है. इसके अलावा 21 अन्य मोबाइल ऐप्स और वेबसाइटों पर भी एक्शन लिया गया है.

डीएनए हिंदी: हाई प्रोफाइल महादेव ऐप केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के बाद केंद्र सरकार ने 22 ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स पर बैन लगा दिया है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) ने कहा है कि उसने कुल 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों को ब्लॉक करने के आदेश दिए हैं. इस बीच महादेव ऐप से जुड़े एक एआरोपी शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो जारी करके कहा है कि वह महादेव बुक का असली मालिक है. चुनावी सरगर्मियों के बीच शुभम सोनी ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ही उसे दुबई चले जाने की सलाह दी थी.

कहा गया है कि ईडी द्वारा अवैध सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट के खिलाफ की गई जांच और उसके बाद छत्तीसगढ़ में महादेव बुक पर छापे के बाद कार्रवाई की गई, जिससे ऐप के गैरकानूनी संचालन का खुलासा हुआ. आरोपी भीम सिंह यादव, जो छत्तीसगढ़ पुलिस में कॉन्स्टेबल के रूप में कार्यरत हैं और असीम दास वर्तमान में हिरासत में हैं, उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है.

'छत्तीसगढ़ सरकार नहीं ले रही थी ऐक्शन'
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, 'छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी अधिनियम की धारा 69A के तहत वेबसाइट या ऐप को बंद करने की सिफारिश करने की पूरी शक्ति थी. हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया गया है. राज्य सरकार पिछले डेढ़ साल से इसकी जांच कर रही है वास्तव में, ईडी से पहला और एकमात्र अनुरोध प्राप्त हुआ है और इस पर कार्रवाई की गई है. छत्तीसगढ़ सरकार को इसी तरह के अनुरोध करने से किसी ने नहीं रोका.'

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सरकार की यह कार्रवाई उस दिन हुई है, जब महादेव ऐप मामले के एक आरोपी ने एक वीडियो बयान में दावा किया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उसे यूएई जाने के लिए कहा था. शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था. सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा. बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था. सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की.

'हर महीने दे रहे थे 10 लाख रुपये'
शुभम सोनी ने कहा, 'इसके बाद 10 लाख रुपये हर महीने का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा. फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो. वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे. वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, 'मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है.'

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सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया. उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा. हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया.

बघेल को 508 करोड़ देने का दावा
उन्होंने दावा किया, 'मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की. उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए.' ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक 'कैश कूरियर' द्वारा दिए गए बयान से चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.

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ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है. ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था. छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.

(एजेंसी इनपुट्स के आधार पर)

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