NEET Paper Leak Case: NEET पेपर लीक और धांधली के मामले के बीच केंद्र सरकार की ओर से परीक्षाओं के पारदर्शी होने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है. दरअसल पेपर लीक के आरोपो के बीच शिक्षा मंत्रायल की ओर से एक उच्च स्तरीय कमेटी का कठन किया गया है. इस कमेटी का अध्यक्ष पूर्व ISRO चीफ डॉ. के राधाकृष्णण को बनाया गया है.
ये होंगे कमेटी के सदस्य
समिति को 2 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. इस कमेटी में दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और सेंट्रल युनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद के कुलपति प्रो. बी जे राव का नाम भी शामिल है. इसके अलावा श्री पंकज बंसल (People Strong And Board Member-Karmyogi Bharat Member), प्रो. आदित्य मित्तल (Dean Students Affairs, IIT Delhi Member), श्री गोबिंद जायसवाल (Joint Secretary, Ministry Of Education) और प्रो. रामामूर्ति (Department Of Civil Engineering) को भी भी जगह मिली है.
एंटी पेपर लीक कानून
केंद्र सरकार ने इसके पहले एंटी पेपर लीक कानून भी लागू किया था. कानून के लागू होने के 24 घंटे के भीतर ही पेपर लीक मामले में सरकार का ये दूसरा अहम कदम है. एंटी पेपर लीक कानून लागू होने के बाद पेपर लीक के दोषियों को तीन साल से 10 साल तक की सजा और 10 लाख से एक करोड़ तक के जुर्माने का प्रावधान है.
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कमेटी का क्या होगा काम
शिक्षा मंत्रालय की ओर बनाए गए इस पैनल में 6 सदस्य शामिल हैं. मुख्य रूप से इस पैनल का काम भविष्य में होने वाली परीक्षाओं का कैसे पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन किया जाए साथ ही मौजूदा विवाद को भी सुलझाना इस पैनल का काम होगा. पैलन अगले 2 महीने में नीट मामले की पूरी जांच करके सरकार को रिपोर्ट सौपेंगा.
NEET मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार
दूसरी तरफ नीट पेपर लीक में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. झारखंड के देवघर से 6 फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इन 6 आरोपियों की तलाश पेपर लीक मामले में थी. गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम पंकू सिंह, बिट्टू , चिंटू , काजू उर्फ़ प्रशांत , अजित कुमार और राजीव कुमार है.
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