डीएनए हिंदी: फिल्मों में ऐसी कहानी होती है कि जिसे सब मरा हुआ मान लेते हैं वह एक दिन सही-सलामत लौट आता है. अब ऐसा फिल्मों में नहीं बल्कि मुझफ्फरनगर के एक परिवार के साथ वाकई में हो गया है. दरअसल परिवार के लोग अपने बेटे की तलाश कर रहे थे और फिर उन्हें कुछ ऐसे संकेत मिले कि एक सिर और बाजू कटी लाश को अपने बेटे का मान लिया. इसके बाद गमगीन परिवार उसकी अंतिम यात्रा की तैयारी करने लगा लेकिन तभी कहानी में ट्विस्ट आ गया. पुलिस ने आकर परिवार को बताया कि लाश उनके बेटे की नहीं है बल्कि वह तो बिल्कुल सही-सलामत और जिंदा है. इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है.
धटना यूपी के मुजफ्फरनगर की है. परिजन रोते-बिलखते आधी रात को खराब हाल में मिले शव को अपना बेटा समझ अंतिम संस्कार कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस पहुंच गई और साथ में बेटे को भी लेकर आ गई. इतना ही नहीं पुलिस ने यह भी बताया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ था.
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परिवार ने जिसे समझा मरा, वह था जिंदा
31 अगस्त को मंसूरपुर थाना क्षेत्र के नोना गांव निवासी सतीश कुमार नाम के एक व्यक्ति ने मोंटू नाम के युवक पर अपनी बेटी को अगवा कर ले जाने का आरोप लगाया था.दूसरी ओर मोंटू के परिवार ने बेटे की मिसिंग रिपोर्ट लिखाई थी. इसी दौरान 9 तारीख को एक अज्ञात लाश मिली थी जिसके बाद मोंटू के परिवार को पहचान के लिए बुलाया गया. परिवार ने सिर कटी लाश को ही अपना बेटा मान लिया था. दूसरी ओर देर रात पुलिस मोंटू और उसकी गर्लफ्रेंड को लेकर घर पहुंच गई.
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परिवार के पास भेजा गया मोंटू और प्रेमिका को
बताया जा रहा है कि लावारिस लाश को मोंटू की लाश समझने के बाद परिवार ने थाने में जमकर हंगामा किया था. उन्होंने हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी. परिवार शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए गया और कुछ ही देर बाद पुलिस ने प्रेमी जोड़े को पकड़ लिया. फिलहाल मोंटू और उसकी प्रेमिका को परिवार के पास भेज दिया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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