डीएनए हिंदी: मोदी सरकार (Modi Government) ने साल 2014 में स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) लॉन्च किया था और इसी के तहत सरकार ने अपने मंत्रालयों के विभागों में भी सफाई का ध्यान रखा है. इस मामले के तहत ही पिछले तीन हफ्तों में रद्दी नष्ट कर बेचने का काम किया गया है. इस दौरान केंद्र सरकार के सरकारी दफ्तरों से रद्दी फाइलों, ई कचरा और फर्नीचर बेचा गया है और बड़ी बात यह है कि यह कबाड़ बेचकर सरकार ने करीब 254 करोड़ रुपये कमाए हैं.
वहीं जब मोदी सरकार ने इस रद्दी के बेचने के बाद बड़ी खाली जगह हासिल की है. जानकारी के मुताबिक जिस जगह ये रद्दी फाइलें होती थीं उसको जब हटा कर बेचा गया तब सेंट्रल विस्टा के बराबर करीब 37 लाख वर्ग फुट की जगह भी खाली हो गई है. जानकारी के मुताबिक इंडिया पोस्ट के दफ्तर में ऐसी ही खाली जगह पर कर्मचारियों के लिए एक कैंटीन और शानदार गैलरी बना दी है जो कि काफी आकर्षक रही है.
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जानकारी के मुताबिक इंडिया पोस्ट ने इस कैंटीन का नाम आंगन रखा है. चीफ पोस्ट मास्टर जनरल मंजू कुमार ने बताया कि कभी इसी जगह पर कचरे का अंबार लगा हुआ था और रद्दी, खराब एसी, कूलर, कंप्यूटर सहित अन्य खराब फर्नीचर भरा हुआ था.
इस डेवेलमेंट को लेकर डिप्टी डायरेक्टर जनरल अमरप्रीत दुग्गल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से सीख लेते हुए कबाड़ और रद्दी को बेचा गया है जिससे लाखों की कमाई हुई और यहां खूबसूरत कैंटीन और शानदार गैलरी बना दी गई है.
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आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कई दफ्तरों में इस समय स्वच्छता अभियान चलाया गया है. इसमें इंडियन पोस्ट के करीब 18 हज़ार, रेलवे के 7 हजार स्टेशन, फार्मास्यूटिकल विभाग के 6 हजार, डिफेंस के 4 हजार 500, गृह मंत्रालय की करीब 4,900 साइट्स शामिल हैं. इससे सरकारी दफ्तरों में खाली जगह अब किसी न किसी काम आने लगेगी.
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