डीएनए हिंदी: मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है और यह सरकार और विपक्ष दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. इस सत्र में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है. इसके अलावा, सरकार की नजर कुछ अहम बिल पास करवाने पर है तो विपक्ष भी कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. पैगंबर मोहम्मद पर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी, अग्निवीर योजना का विरोध, महंगाई जैसे कई मुद्दे हैं जिन पर संसद में संग्राम तय माना जा रहा है.
'सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार'
संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, 'संसद का मानसून सत्र काफी महत्वपूर्ण है. इस अवधि में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव भी होने हैं.' संसदीय मंत्री ने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक होगी जिसमें सभी दलों से विचार-विमर्श किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर नियमों के तहत चर्चा के लिए तैयार है.
केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि मानसून सत्र पूरे देश के लिए अहम है. मानसून का समय देश में कृषि के लिहाज से महत्वपूर्ण होता है और सरकार चाहती है कि बारिश और कृषि जैसे मुद्दों पर उपयोगी चर्चा की जाए. उन्होंने कहा कि कई विधेयक भी संसद में पेश किये जाएंगे. इनमें 4 विधेयक ऐसे हैं जो संसदीय समितियों के समक्ष विचारार्थ हैं और इन्हें पेश किया जा सकता है.
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Congress ने सरकार को घेरने के लिए बनाई रणनीति
बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय ने 5 दिनों तक लंबी पूछताछ की है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ होनी है. ऐसे में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस भी पूरी तैयारी कर रही है. इसके अलावा कांग्रेस अग्निवीर योजना, महंगाई जैसे मुद्दों पर भी सरकार को घेरेगी.
कांग्रेस के मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश ने कहा, ' मानसून सत्र में जिन मुद्दों को उठाना है उनके बारे में अगले कुछ दिनों के भीतर पार्टी के रणनीतिक समूह की बैठक में फैसला होगा. कई ऐसे मुद्दे हैं जिनको उठाना तय है. इनमें महंगाई, बेरोजगारी, अग्निपथ योजना और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के विषय प्रमुख हैं.'
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President Election के लिए डाले जाएंगे वोट
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त तक चलेगा. संसद का यह सत्र खास रहने वाला है क्योंकि 18 जुलाई को ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है. दूसरी ओर, उपराष्ट्रपति का चुनाव 6 अगस्त को होगा. उपराष्ट्रपति पद के लिए अगर निर्विरोध निर्वाचन नहीं हुआ तो उसी दिन मतों की गणना भी होगी.
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