डीएनए हिंदीः पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) मर्डर केस में जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है. एक के एक नए खुलासे सामने आ रहे हैं. अब इस मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस को मामले की जांच में ISI का हाथ मिलने के सबूत मिले हैं. इस हत्याकांड में खालिस्तानी आतंकियों के तार भी जुड़े होने के सबूत मिले हैं.
ISI का हाथ होने के सबूत
दिल्ली पुलिस को मामले की जांच में ISI के तार जुड़े होने के सबूत मिले हैं. पुलिस को कहना है कि इस मामले में खालिस्तानी आतंकियों का भी हाथ हो सकता है. बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा (Harvinder Singh Rinda) को ISI की शह है. दिल्ली पुलिस पहले ही साफ कर चुकी है कि पूरे मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (gangster lawrence bishnoi) का ही हाथ है. दिल्ली पुलिस को सूत्रों का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई रिंदा के लिए काम करता है. वहीं हत्याकांड में शामिल गोल्डी बरार भी बिश्नोई का आदमी है.
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पहला शार्पशूटर गिरफ्तार
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस ने आठ शूटरों की पहचान का दावा किया था. इनमें से एक शूटर सौरभ उर्फ महाकाल को गुरुवार को महाराष्ट्र के पुणे ग्रामीण से गिरफ्तार किया गया. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में फरार आरोपी सौरभ उर्फ महाकाल को पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. सौरभ उर्फ महाकाल का असली नाम सिद्धेश काम्बले है. सौरभ उर्फ महाकाल उर्फ सिद्धेश काम्बले को पुणे ग्रामीण क्राइम ब्रांच ने मकोका के मामले में कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने महाकाल को 20 जून तक पुणे पुलिस की कस्टडी में भेज दिया है.
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