Jammu-Kashmir: 'स्कूलों में मुस्लिम बच्चों से क्यों गवाए जा रहे भजन?' इस्लामिक संगठन ने लगाया हिंदुत्व थोपने का आरोप

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 25, 2022, 11:19 AM IST

संगठन का कहना है कि स्कूलों औऱ कॉलेजों में मुस्लिम बच्चों को हिंदू देवी-देवताओं के भजन गाने के लिए कहा जा रहा है.

डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में मुस्लिम बच्चों को भजन गवाने के साथ ही उनसे हिंदू देवी-देवताओं के मंत्र पढ़ने के मुद्दे पर इस्लामिक संगठन मुत्तहिद मजलिस-ए-उलेमा (MMU) ने अपना विरोध दर्ज किया है. संगठन ने इसे इस्लाम के लिए खतरा बताते हुए यह भी कहा है कि इसके जरिए कश्मीर में हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ावा देने की प्लानिंग की जा रही है. 

आपको बता दें कि एमएमयू करीब 30 धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों वाला ऑर्गेनाइजेशन है. संगठन की जम्मू-कश्मीर में शिक्षा को लेकर अहम भूमिका रही है. कश्मीर में स्कूलों के अंदर धार्मिक शिक्षा को लेकर एमएमयू ने अपना बयान जारी किया है और इसे हिंदुत्व की नई प्लानिंग बताते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है.

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भजन गवाने की हुई आलोचना

एमएमयू ने अपने बयान में कहा है कि स्कूलों और दूसरी शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम छात्रों को हिंदू धार्मिक गीत गाने और सूर्य नमस्कार करने के लिए कहा जा रहा है. यह कश्मीर की मुस्लिम पहचान को कमतर करने की दुर्भाग्यपूर्ण कोशिश है. इस मामले को लेकर श्रीनगर की जामा मस्जिद में बैठक की गई. वहीं इस मामले में गया है कि ये फरमान मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाते हैं और उनमें आक्रोश पैदा करते हैं.'

अपने जारी बयान में इस्लामिक शिक्षा से जुड़े संगठन ने कहा कि बैठक के दौरान सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया और 'संतों की घाटी' की मुस्लिम पहचान को कमजोर करने पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई. मीटिंग के दौरान यह फैसला हुआ कि इस तरह की गतिविधियों पर जल्द से जल्द रोक लगनी चाहिए जिसके लिए सरकार से भी मदद मांगी जाएगी. 

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वायरल हुआ था वीडियो

गौरतलब है कि कश्मीर से कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें स्कूली बच्चे रघुपति राघव राजा राम गा रहे थे. इसको लेकर इस्लामिक धर्मगुरुओं से लेकर पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती तक ने आपत्ति जाहिर की थी. वहीं इस मामले में अब MMU भी एक्टिव हो रहा है और सरकार पर हिंदुत्व थोपने का आरोप लगा रहा है.

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