डीएनए हिंदी: शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे गुट पर तंज कसते हुए कहा कि केकड़ों ने उनकी सरकार गिरा दी थी. उन्होंने पिछले साल आई बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि बांध में छुपे केकड़ों ने उसे तोड़ दिया और मेरी सरकार गिरा दी थी. उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि बीजेपी को 38 पार्टियों वाले एनडीए गठबंधन की क्या जरूरत है जबकि उसके इनकम टैक्स विभाग, ईडी और सीबीआई हैं. उन्होंने एकनाथ शिंदे की भी आलोचना की और कहा कि जब रायगढ़ भूस्खलन से जूझ रहा था तो यहां की सरकार दिल्ली दरबार के सामने 'मुजरा' कर रही थी.
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मेरी सरकार पिछले साल भारी बारिश में नहीं बही थी. केकड़ों ने बांध तोड़ दिया था. वे वहां कीचड़ में छिपे हुए थे. हम कुछ नहीं कर सके क्योंकि केकड़ा तो केकड़ा होता है, उन्हें सीधा करने की आप कितनी भी कोशिश करें, वे किनारे की तरफ ही चलते रहते हैं.' उन्होंने बताया कि केकड़ों की एक निश्चित मानसिकता होती है. केकड़ों से भरी टोकरी को ढकने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि जब एक ऊपर जाएगा तो दूसरा उसे नीचे खींच लेगा. उनका इशारा मूल शिवसेना में विद्रोह और एकनाथ शिंदे द्वारा ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने की तरफ था.
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एकनाथ शिंदे पर बरसे ठाकरे
पूर्व सीएम ठाकरे ने कहा कि जब राज्य 19 जुलाई को इरशालवाड़ी, रायगढ़ में भारी पहाड़ी भूस्खलन त्रासदी से जूझ रहा था, जिसमें 27 लोग मारे गए थे, उस समय दिल्ली दरबार के सामने 'मुजरा' हो रहा था. गुरुवार को अपने 62वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर सामना समूह के कार्यकारी संपादक संजय राउत को दिए गए वार्षिक मैराथन मल्टी-मीडिया साक्षात्कार में ठाकरे ने ये तीखी टिप्पणियां की हैं जिसकी पहली किस्त बुधवार को प्रकाशित हुई थी.
केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने बुधवार को पूछा कि बीजेपी को 38-दलों वाले एनडीए की क्या जरूरत है जबकि उसके पास ईडी, आईटी और सीबीआई हैं. ठाकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा, 'कई वर्षों के बाद यह पता चला है कि देश में एनडीए नामक अमीबा जीवित है. हम, जो देशभक्त राजनेता हैं, ने 'इंडिया' नामक गठबंधन बनाया है. उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 38 दलों के नेताओं की मेजबानी की. ईमानदारी से कहें तो उन्हें इतनी सारी पार्टियों की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है. केवल तीन समूह - ईडी, आईटी और सीबीआई ही उनके लिए काफी हैं.'
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उन्होंने दावा किया कि एनडीए में कई दलों के पास एक भी सांसद नहीं है. 'असली शिव सेना' (ठाकरे के नेतृत्व वाली) एनडीए का हिस्सा नहीं है लेकिन (सीएम एकनाथ शिंदे की) शिव सेना में केवल गद्दार शामिल हैं. पूर्व सीएम ने यह भी चेतावनी दी कि 2024 देश के इतिहास में एक नया अध्याय दर्ज करेगा और सब कुछ खत्म हो जाएगा जैसे कि ब्रिटिश साम्राज्य में सूरज आखिरकार डूब गया था, क्योंकि यह प्रकृति का नियम है.
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