Nand Gopal Nandi: योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी को एक साल जेल की सजा, पढ़िए उनकी दबंगई के 5 किस्से

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 25, 2023, 07:35 PM IST

Nand Gopal Nandi को सपा सांसद की रैली पर हमले के मामले में सजा मिली है.

Uttar Pradesh News: नंदी पर साल 2014 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन सपा सांसद रेवती रमण सिंह की रैली पर हमला कराने का आरोप था. तब वह कांग्रेस में थे.

डीएनए हिंदी: Prayagraj News- उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दबंग छवि वाले मंत्री नंद गोपाल नंदी (Nand Gopal Nandi) को बुधवार को एक साल जेल की सजा सुनाई गई है. उन्हें MP/MLA Court ने साल 2014 लोकसभा चुनाव में विपक्षी नेता की रैली पर हमला कराने के मामले में दोषी पाया गया है. अदालत ने उन्हें IPC की धारा 147 व 323 के तहत दोषी मानते हुए सजा के साथ ही उन पर 10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है. हालांकि इस सजा से नंदी का मंत्री पद नहीं जाएगा. किसी भी विधायक की सदस्यता रद्द करने के लिए अदालत की तरफ से उसे दो साल या उससे ज्यादा की सजा सुनाना जरूरी है. 

नंदी को किसी आपराधिक आरोप में पहली बार सजा सुनाई गई है, लेकिन यह पहला मौका नहीं है, जब वे अपनी दबंगई के कारण विवाद में फंसे हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही 5 विवाद के बारे में.

1. सपा के तत्कालीन सांसद की रैली पर कराया था हमला

नंदी के ऊपर साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन सपा सांसद रेवती रमण सिंह की रैली पर हमला कराने का आरोप था. इसी मामले में बुधवार को अदालत ने उन्हें सजा सुनाई है. इस हमले में बहुत सारे सपा कार्यकर्ता घायल हो गए थे. अब भाजपा नेता नंदी उस समय कांग्रेस में थे. उनके खिलाफ सपा कार्यकर्ता वेंकटरमण शुक्ला ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिस पर 9 साल सुनवाई के बाद अब नंदी को सजा सुनाई गई है.

पढ़ें- Lucknow Building Collapse: सपा नेता ने खोई मां और पत्नी, रोते हुए बोले, 'जहां कहा, वहां ड्रिल नहीं किया, बस तमाशा हुआ'

2. बसपा के दबंग मंत्री बने तो घर पर हुआ था बम से हमला

नंदी को साल 2008 में पहली बार बसपा ने टिकट देकर विधायक बनाया था. पहली ही बार में वे जीते तो उन्हें मायावती ने कैबिनेट मंत्री बनाया था. कहा जाता है कि मंत्री बनने के बाद उनकी दबंगई और ज्यादा बढ़ गई, जिसके चलते उनके घर पर बम से हमला किया गया. इस हमले में नंदी समेत 5 लोग घायल हुए थे. इस हमले के आरोप में सपा के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को दो साल फरारी के बाद गिरफ्तार किया गया था.

पढ़ें- Guinness World Records: एक घड़ी में जड़ दिए 17 हजार से ज्यादा हीरे, गिनीज बुक में दर्ज हुआ रिकॉर्ड, भारतीय कंपनी का कमाल

3. साल 2017 में ड्राइवर को पीटने का लगा था आरोप

साल 2017 में नंदी ने भाजपा जॉइन की थी. तब भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही उनके खिलाफ नारे लगाते हुए प्रयागराज में रैली निकाली थी और उन्हे पार्टी में शामिल करने का विरोध किया था. इसके बावजूद उन्हें भाजपा में शामिल किया गया. योगी सरकार में उन्हें स्टांप व नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया था. नंदी के सरकारी ड्राइवर अजरुन सिंह कुशवाहा ने उन पर अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था. इसके विरोध में मोटर चालक संघ ने नंदी के आवास पर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की थी.

पढ़ें- बॉयफ्रेंड के रेप करने का नहीं था सबूत, एथलेटिक्स चैंपियन गर्लफ्रेंड ने ऐसे दिलाई सजा, जानकर आप भी कह उठेंगे वाह

4. पार्टी कार्यकर्ताओं से पैर दबवाने का वीडियो हुआ था वायरल

साल 2017 में ही नंदी अपनी पत्नी अभिलाषा गुप्ता को मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा रहे थे. इस दौरान वे प्रयागराज में जमकर प्रचार कर रहे थे. इसी दौरान उनका एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वे कुछ लोगों से पैर दबवाते हुए दिखाई दिए थे. तब कहा गया था कि नंदी पार्टी ऑफिस में अपने कार्यकर्ताओं से पैर दबवाते हैं.

पढ़ें- 70,000 रुपए में घर ले जाएं Hyundai Aura का नया मॉडल, देगी 28 का माइलेज, सेविंग में भी करेगी मदद

5. अपने घर के सामने की गली के सारे घर भगवा रंग में रंगवाए

नंदी पर साल 2020 में बहादुरगंज स्थित अपने घर के सामने की गली के सभी घर भगवा रंग में रंगवाने का आरोप लगा था. एक रिटायर पशु चिकित्सक व एक अन्य व्यक्ति ने अपने घर की पोताई जबरन कराने के खिलाफ मंत्री के एक रिश्तेदार के खिलाफ मुकदमें भी दर्ज करा दिए थे.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.