डीएनए हिंदीः नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) सोमवार यानी आज एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पूछताछ करेगा. सोमवार को होने वाली इस पेशी के लिए कांग्रेस (Congress) एक बार फिर बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए देश भर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता दिल्ली आ रहे हैं. बता दें कि शुक्रवार को राहुल गांधी ने ईडी से अपनी मां सोनिया गांधी की सेहत का हवाला देते हुए उन्हें 17 से 20 जून तक पूछताछ के लिए पेश होने से छूट देने का अनुरोध किया था, ईडी ने राहुल के इस अनुरोध को मान लिया था.
अब तक लगभग 30 घंटे हुई पूछताछ
नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से अब तक लगभग 30 घंटों तक पूछताछ की गई है. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस दौरान ईडी कार्यालय की ओर जाने वाली सड़कों पर विरोध प्रदर्शन जारी रखा था. कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली पुलिस पर दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया था. वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को कर्नाटक, केरल, पंजाब, तेलंगाना, तमिलनाडु और राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन किया था.
ये भी पढ़ें: अग्निपथ योजना के विरोध में आज भारत बंद का ऐलान, दिल्ली में ट्रैक्टर कूच की तैयारी
सोनिया गांधी को भी किया तलब
ईडी ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को 23 जून को तलब किया है. पहले उन्हें आठ जून को पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था. सोनिया गांधी कोरोना होने के कारण ईडी के सामने पूछताछ के लिए अभी पेश नहीं हो सकी हैं.
क्या है नेशनल हेराल्ड केस
जवाहर लाल नेहरु समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने Associate Journal Limited नाम से 1938 में एक कम्पनी बनाई थी, जो National Herald नाम से एक अखबार प्रकाशित करती थी. चूंकि ये कंपनी अखबार प्रकाशित करती थी, इसलिए इसे कई शहरों में सस्ते दामों पर सरकारों से जमीनें मिली. आरोप ये है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने एक ऐसी कम्पनी बनाई, जिसका मकसद कारोबार करना नहीं था. बल्कि वो इस कम्पनी के जरिए AJL को खरीदकर उसकी 2 हज़ार करोड़ रुपये की सम्पत्ति को अपने नाम पर करना चाहते थे. वर्ष 2011 में ऐसा ही हुआ. उस समय सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कम्पनी यंग इंडिया लिमिटेड ने AJL को टेकओवर कर लिया. इस तरह केवल 50 लाख रुपये चुकाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी 2 हजार करोड़ रुपये की संपति के मालिक बन बैठे. आज उनसे होने वाली पूछताछ भारतीय राजनीति के लिए काफी अहम होने जा रही है. इसे आप चार अहम बदलावों के रूप में देख सकते हैं.
ये भी पढ़ें: पूर्व सेनाध्यक्ष और बीजेपी वीके सिंह की दो टूक, 'योजना नहीं पसंद तो सेना में न भर्ती हों'
7 साल से जमानत पर बाहर हैं सोनिया-राहुल
नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नाडिस के अलावा सुमन दूबे और सैम पित्रोदा को आरोपी बनाया गया है. इन आरोपियों में से मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस की साल 2020 और 2021 में मौत हो चुकी है. बाकी बचे सभी आरोपियों को दिसंबर 2015 में इस मामले में निचली अदालत से जमानत मिली हुई है. साल 2014 में प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच शुरू की. 18 सितंबर 2015 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड केस को जांच के लिए फिर से खोल दिया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.