Maharashtra Criss: फ्लोर टेस्ट में वोट देने की मिले इजाजत, जेल में बंद नवाब मलिक-अनिल देशमुख पहुंचे सुप्रीम कोर्ट

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 29, 2022, 04:40 PM IST

शरद पवार और अनिल देशमुख. (फाइल फोटो)

नवाब मलिक और अनिल देशमुख दोनों अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं. दोनों कोर्ट से मांग की है कि उन्हें फ्लोर टेस्ट में वोटिंग की इजाजत दी जाए.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई सूबे के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट तक लड़ी जा रही है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के  जेल में बंद विधायक नवाब मलिक (Nawab Malik) और अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) अब अपनी मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंचे हैं.

महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) में शक्ति परीक्षण (Floor Test) में भाग लेने की अनुमति मांगने के लिए बुधवार को दोनों नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. 

जस्टिस सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जे बी परदीवाला की अवकाशकालीन पीठ को अधिवक्ता सुधांशु एस चौधरी ने बताया कि दोनों विधायकों पर मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (PMLA) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं और वे जेल में हैं. 

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क्यों सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दोनों नेता?

सुधांशु एस चौधरी ने कहा, 'दोनों नेता महाराष्ट्र विधानसभा में बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे होने वाले शक्ति परीक्षण में भाग लेना चाहते हैं. हम मामले में हस्तक्षेप करने के अनुरोध वाली याचिका दायर कर रहे हैं, जिस पर शिवसेना नेता सुनील प्रभु की याचिका के बाद सुनवाई हो सकती है.'

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शाम 5 बजे सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई

सुनील प्रभु ने महाराष्ट्र के राज्यपाल की ओर से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार को गुरुवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने के लिए दिए गए निर्देश को चुनौती दी है. सुप्रीम कोर्ट उनकी अर्जी पर शाम साढ़े पांच बजे सुनवाई करने वाला है.

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