डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) जबरदस्त चर्चा में है. एक तरफ कहा जा रहा है कि अजीत पवार 30 से 40 विधायकों के साथ बीजेपी में जा रहे हैं. इस पर शरद पवार का कहना है कि यह सब सिर्फ मीडिया में है, अजीत पवार पार्टी का काम कर रहे हैं. सुप्रिया सुले ने कहा है कि महाराष्ट्र और केंद्र की राजनीति में बड़ा विस्फोट होगा. वहीं, एनसीपी के एक नेता का कहना है कि हम सब दादा (अजीत पवार) के साथ हैं और जो उनका फैसला होगा, वैसा ही करेंगे.
शरद पवार ने अपने भतीजे और पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के भावी राजनीतिक कदम के बारे में फैली अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी विधायकों की किसी ने कोई बैठक नहीं बुलाई है. शरद पवार ने कहा, 'इन सब पर बात करने का कोई फायदा नहीं है. इन खबरों का कोई मतलब नहीं है. मैं एनसीपी और अपने सभी साथियों के बारे में यह कह सकता हूं कि हमारी बस एक सोच है कि पार्टी को मजबूत बनाया जाए और किसी के मन में कोई और विचार नहीं है. जयंत पाटिल अपने क्षेत्र में स्थानीय चुनाव में व्यस्त हैं और पार्टी नेता अजित पवार भी पार्टी के काम में व्यस्त हैं और सभी को मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं.'
यह भी पढ़ें- अजीत पवार बनेंगे महाराष्ट्र के CM और शरद पवार केंद्र में मंत्री? सुप्रिया सुले के बयान से मची खलबली
अब अजीत पवार ने भी इस मामले पर बयान दिया है, 'मैं एनसीपी के साथ हूं और एनसीपी के साथ ही रहूंगा. एनसीपी जो भी फैसला लेती है, मैं वहीं रहूंगा. मेरे और मेरे लोगों के बीच गफलत पैदा करने की कोशिश हो रही है. जो कुछ भी फैलाया जा रहा है, उसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है.'
संजय राउत के बयान ने बढ़ा दी चिंता
अजित पवार के अगले राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें पिछले हफ्ते तब शुरू हुईं जब उन्होंने अचानक अपनी निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं और ऐसी टिप्पणियां कीं जिन्हें बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के प्रति नरम माना गया. शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने रविवार को अफवाहों को यह कहकर और बढ़ा दिया था कि शरद पवार ने हाल ही में उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनकी पार्टी कभी भी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी, भले ही कोई व्यक्तिगत स्तर पर ऐसा कोई निर्णय ले.
यह भी पढ़ें- चेहरे पर 'तिरंगा', 'पंजाब नहीं इंडिया', स्वर्ण मंदिर का यह वीडियो देखा? पढ़ें क्या है इससे जुड़ा पूरा मामला
इस पूरे मामले पर एनसीपी नेता अनिल पाटिल ने कहा, 'दो-तीन से जो न्यूज चल रही है, उसके बारे में न तो कहीं कोई चर्चा हुई है न तो कोई फैसला हुआ है. जो लोग इस पर बयान दे रहे हैं, उन्हें इसे रोकना चाहिए. हम अजीत दादा के साथ पहले थे, आज हैं और आगे भी रहेंगे. दादा भी राष्ट्रवादी पार्टी के साथ हैं. जब से हम विधायक बने हैं उसके बाद से ऐसा कोई कहीं दस्तखत नहीं करवाया गया है.'
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.