इस समय महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा के चुनाव को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है. इन दोनों अहम राज्यों के चुनाव को लेकर सभी पार्टियों की तरफ पूरी तैयारियां चल रही हैं. मतदान की तारीख को लेकर अब महज कुछ ही दिन बचे हुए हैं. इस सियासी उठापटक के बीच बयानबाजियों का दौर निरंतर जारी है. इसी क्रम में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा दिया था. उनके इस नारे को लेकर उनकी ही सहयोगी पार्टी NCP के नेता अजीत पवार ने असहमति जताई है. साथ ही उन्होंने अपने आप को उस बयान से अलग कर लिया है.
क्या है पूरा मामला?
आपको बताते चलें कि कुछ दिनों पहले ही पीएम मोदी की ओर से एक नारा दिया गया था कि 'एक रहेंगे सेफ रहेंगे'. इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से कहा गया था कि 'बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो नेक रहेंगे'. सीएम योगी ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने इस बयान को खूब दोहराया भी था. उनके इस बयान के विरोध में विपक्ष की ओर से खूब प्रतिक्रिया आई थी. वहीं अब एनडीए के ही घटक दल के नेता की ओर से भी इसके खिलाफ बयान आ गए हैं.
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अजीत पवार ने क्या कहा?
महाराष्ट्र में NCP के मुखिया और NDA के नेता अजीत पवार ने सीएम योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' के बयान को लेकर खुद को किनारा कर लिया है. उन्होंने इस संदर्भ में कहा है कि 'मैं उस बयान के समर्थन में नहीं हूं, इस तरह के बयान महाराष्ट्र में नहीं चलते हैं, ये सब यूपी या झारखंड में या कहीं और चलता होगा लेकिन यहां पर नहीं चलता है.' उन्होंने आगे कहा कि उनका विश्वास 'सबका साथ और सबका विकास' में है. 'बंटेंगे तो कटेंगे' जैसे बयान में वो यकीन नहीं रखते हैं.
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