डीएनए हिंदी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने कई बड़े दावे किए हैं. उनका कहना है कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने और महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने का ऑफर मिला था. अनिल देशमुख का कहना है कि उन्हें यह ऑफर दो साल पहले उस वक्त दिया गया था जब उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था और जेल भेजा गया था.
अनिल देशमुख ने एक निजी मराठी समाचार चैनल से कहा, 'अगर मैंने उस ऑफर को स्वीकार कर लिया होता तो एमवीए सरकार बहुत पहले ही गिर गई होती लेकिन मैंने इसे अस्वीकार कर दिया और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कार्रवाई का सामना किया.' इससे पहले, फरवरी में भी अनिल देशमुख ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों के खुलेआम दुरुपयोग की बात करते हुए इसी तरह का दावा किया था.
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संजय राउत ने भी जताई सहमति
एमवीए के सहयोगी और शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि वह अनिल देशमुख द्वारा किए गए दावे से अवगत हैं और इसी तरह की पेशकश अन्य एमवीए नेताओं को भी की गई थी लेकिन वे बीजेपी के दबाव में नहीं झुके. एनसीपी नेता के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अनिल देशमुख के बयान को सिरे से खारिज कर दिया और उन्हें याद दिलाया कि वह केवल जमानत पर जेल से बाहर हैं.
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बीजेपी नेता बावनकुले ने कहा कि अदालत ने स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें जमानत दी है. मामले की सुनवाई अभी भी जारी है और उनका बयान अदालत की अवमानना के समान है. अगर वह इस तरह के बयान देना जारी रखते हैं तो हम अदालत में शिकायत करेंगे. देशमुख कथित भ्रष्टाचार और मनी-लॉन्ड्रिंग के मामलों में लगभग 13 महीने तक जेल में रहे.
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