डीएनए हिंदी: साल 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 LokSabha Election) को अभी दो साल बाकी है लेकिन पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार और फिर बिहार में सत्ता परिवर्तन ने अचानक माहौल बदल दिया है. इसके बाद देश की राजनीति में साल 2024 के लिहाज से प्रधानमंत्री पद के कई उम्मीदवार दिखने लगे हैं. वहीं कांग्रेस से बगावत कर पिछले दो दशकों में अपनी नई पार्टी खड़ी करने वाले एनसीपी नेता शरद पवार (Sharad Pawar) को भी पीएम इन वेटिंग माना जाता है लेकिन उन्हें अब अपनी ही पार्टी के नेता ने बड़ा झटका दे दिया है.
दरअसल, शरद पवार को देश की राजनीति में पीएम इन वेटिंग माना जाता रहा है हालांकि उन्होंने कभी इसे खुलकर स्वीकार नहीं किया है. विपक्षी एकता और पीएम उम्मीदवारी की चर्चा एक बार फिर उठी तो शरद पवार के मन में फिर पीएम बनने की उम्मीद जगी ही होगी लेकिन इसे झटका एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने ही दे दिया. पटेल ने स्पष्ट तौर पर कहा कि शरद पवार कभी पीएम की रेस में न थे और न ही हैं.
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शरद पवार नहीं है PM उम्मीदवार
प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि पार्टी प्रमुख शरद पवार पीएम पद के उम्मीदवार थे और न ही हैं. उनकी पार्टी के प्रमुख शरद पवार विभिन्न लोगों और विचारधाराओं को एक साथ लाने का काम कर सकते हैं. गौरतलब है कि एनसीपी सांसद की यह टिप्पणी पवार के पार्टी अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने जाने के एक दिन बाद आई है.
प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार के संबंध में कहा, "शरद पवार न तो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे और न ही उन्होंने ऐसा कोई बयान दिया है. हम वास्तविकता से अवगत हैं. हम अपनी सीमाओं के बारे में जानते हैं. हमारी पार्टी अन्य दलों की तुलना में छोटी हो सकती है लेकिन हमारा नेतृत्व बड़ा है. शरद पवार विपक्ष का चेहरा नहीं हैं. वह दौड़ में नहीं हैं."
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माहौल तैयार करेंगे शरद पवार
प्रफुल्ल पटेल ने पवार के राजनीतिक कद को लेकर कहा है कि पवार ऐसा माहौल बना सकते हैं जो लोगों के बीच विश्वास पैदा कर सकता है. एक सवाल हमेशा पूछा जाता है कि देश में वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ कौन होगा? शरद पवार एक मजबूत नेता हैं जो विभिन्न लोगों और विचारधाराओं को एक साथ ला सकते हैं और जिसके माध्यम से हम एक मजबूत राजनीतिक भूमिका निभा सकते हैं. हम इसकी जिम्मेदारी निभाएंगे. हम यह नहीं कहना चाहते कि हम विकल्प होंगे, लेकिन शरद पवार के माध्यम से एक ऐसा माहौल बनाया जा सकता है जो लोगों के बीच विश्वास पैदा कर सके."
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शरद पवार भी कर रहे हैं विपक्षी एकता के प्रयास
गौरतलब है कि देश की राजनीति में लगातार विपक्षी नेता को लेकर चर्चा हो रही है. शरद पवार भी ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से लेकर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) समेत अनेकों विपक्षी नेताओं से मिलते रहे हैं. एक समय ऐसा भी था जब शिवसेना (Shivsena) ने उन्हें यूपीए का चेयरपर्सन बनाने की बात तक कही थी. हालांकि शरद पवार को बड़ा झटका तब लगा था जब महाराष्ट्र में उनके गृहमंत्री की नाक के नीचे से महाविकास अघाड़ी सरकार निकल गई थी और भाजपा ने बागी शिवसेना विधायकों के शिंदे गुट के साथ सरकार बना ली थी.
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