नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी-एसपी (NCP-SP) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को केंद्र सरकार की तरफ से दी जाने वाली Z प्लस सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने केंद्र सरकार की तरफ से Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा देने के निर्णय के एक हफ्ते बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जेड प्लस सुरक्षा लेने से इंकार कर दिया है. इससे एक सप्ताह पहले उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उन्हें भी सुरक्षा बढ़ाने के केंद्र के फैसले पर संदेह जताया था.
शरद पवार ने बताई ये वजह
एनसीपी-एसपी चीफ की सुरक्षा बढ़ाने के क्रम में सीआरपीएफ के 58 कमांडोज उनकी सुरक्षा में तैनात किए जाने थे. जानकारी के मुताबिक, शरद पवार ने कहा कि वे पहले यह देखेंगे कि उनके खिलाफ किस तरह का थ्रेट परसेप्शन है, उसके बाद ही सुरक्षा के बारे में सोचूंगा. यही वह है कि एनसीपी-एसपी चीफ ने Z+ सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. पवार का यह भी कहना है कि जेड प्लस लेने से निजी जीवन में लोगों से मिलना जुलना नहीं हो पाता. इसके अलावा कहीं आने-जाने और लोगों से मिलने में भी दिक्कत होती है. पवार ने यह भी कहा कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए यह मेरे बारे में 'प्रामाणिक जानकारी' हासिल करने का जरिया हो सकता है.
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पहले भी जताई है नाराजगी
आपके बता दें कि शरद पवार इससे पहले भी Z+ सिक्योरिटी लेने पर असहजता जता चुके हैं. उन्होंने केंद्र द्वारा सुरक्षा बढ़ाए जाने पर संदेह जताया है. पवार ने केंद्र के फैसले से अनजान होने की बात कही है. इससे पहले केंद्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था कि गृह मंत्रालय के अधिकारी ने मुझे बताया कि सरकार ने तीन व्यक्तियों को जेड प्लस सुरक्षा लेने का फैसला किया है और मैं उनमें से एक था. मैंने पूछा कि अन्य दो कौन हैं. मुझे बताया गया कि RSS प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं.
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