डीएनए हिंदी. देशभर में 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के तकरीबन 1 हजार 220 मामले रोज दर्ज किए गए. यानी प्रति घंटे 50 महिलाएं अपराधियों का शिकार बनीं. ये आंकड़े गृह मंत्रालय की संस्था नैशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने कल यानी सोमवार को जारी किए.
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के देशभर में कुल 4 लाख 45 हजार 256 मामले दर्ज किए गए. जबकि 2021 में यह आंकड़ा 4 लाख 28 हजार 278 था और 2020 में 3 लाख 71 हजार 503.
यूपी में महिलाएं हुईं सबसे अधिक शिकार
देशभर में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. यूपी के विभिन्न थानों में साल 2022 में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध के 65 हजार 743 मामले दर्ज किए गए. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र रहा. यहां 45 हजार 331 मामले दर्ज हुए जबकि तीसरे नंबर पर राजस्थान का नाम है. यहां 2022 में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध के 45 हजार 58 मामले दर्ज किए गए हैं. यूपी में 2021 में 56 हजार 83 मामले दर्ज हुए थे, इस लिहाज से देखें तो यूपी में वर्ष 2021 के मुकाबले 22 में 9 हजार 657 मामले बढ़े हैं. महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ होनेवाले अपराध की संख्या 2021 में 39 हजार 526 थी, जबकि 2020 में 31 हजार 954. इसी तरह राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध के 40 हजार 738 केस 2021 में दर्ज किए गए थे, जबकि इस तरह के 34 हजार 535 मामले 2020 में सामने आए थे.
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देश की राजधानी का हाल
बात देश की राजधानी दिल्ली की करें तो 2022 में यहां महिलाओं के खिलाफ होनेवाले अपराध के कुल 14 हजार 247 मामले दर्ज किए गए हैं. 2021 में दिल्ली में इस तरह के 14 हजार 277 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2020 में 10 हजार 93 मामले. इस तरह देखें तो दिल्ली में 2021 के मुकाबले महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के मामले में मामूली कमी आई है. वैसे, केंद्रशासित राज्यों के बीच दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध सबसे ज्यादा हुए. दूसरे नंबर पर जम्मू-कश्मीर है जहां 2022 में 3, 716 मामले महिलाओं के साथ हुए अपराध के दर्ज किए गए. सामाजिक विश्लेषक बताते हैं कि महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध के कई मामले तो थाने तक पहुंच ही नहीं पातें. अपने खिलाफ हुए अपराध के मामलों को लोकलाज के भय से महिलाएं दर्ज कराती नहीं.
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