डीएनए हिंदी: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के साथ मिलाने की तत्काल कोई योजना नहीं है. उन्होंने छात्रों को एक बड़ी राहत देते हुए कहा है कि अगले दो वर्षों में ऐसी कोई संयुक्त परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी.
धर्मेंद्र प्रधान ने हालांकि स्वीकार किया कि सरकार को पता है कि परीक्षणों को मर्ज करने का विचार आया है लेकिन इस पर कोई सहमति नहीं बन पाई है कि क्या यह एक व्यावहारिक कदम होगा या नहीं. दरअसल, कई दिनों से छात्र इस असमंजस में थे कि क्या जेईई और नीट की परीक्षा भी सीयूईटी के माध्यम से आयोजित की जाएगी लेकिन धर्मेंद्र प्रधान की घोषणा के बाद छात्रों ने राहत की सांस ली है.
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गौरतलब है कि पिछले महीने UGC चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने घोषणा की थी कि जेईई और नीट की परीक्षा सीयूईटी के माध्यम से कराए जाने पर विचार किया जा रहा है. उसके बाद से ही छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति देखी गई थी. वहीं यूजीसी चेयरमैन के अनुसार सिंगल एंट्रेंस एग्जाम के कारण छात्र मल्टीपल एंट्रेंस एग्जाम के लिए तैयारी से बच पाएंगे जो कि एक सहज स्थिति होगी. हालांकि यह मामला काफी कन्फ्यूजन वाला भी हो सकता है.
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आपको बता दें कि UGC के महानिदेशक विनीत जोशी ने भी हाल ही में ऐसी ही योजना पर काम करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिपेक्ष में व्यापक दृष्टिकोण के साथ देखा जाना चाहिए. अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल ऐसी किसी योजना पर काम नहीं किया जा रहा है.
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