नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई एक्शन मोड़ में आ गई है. पटना के बाद अब झारखंड़ के हजारीबाग से एक ई-रिक्शा चालक को हिरासत में लिया है. आरोप है कि ये रिक्शा चालक कूरियर कंपनी से नीट के पेपर एसबीआई बैंक के पास सेफ हाउस तक पहुंचाता था. जिसके लिए उसे करीब 2 घंटे का समय लगता था. सीबीआई आरोपी से पूछताछ कर रही है. रिक्शा ड्राइवर हजारीबाग के नूतन नगर का रहने वाला बताया जा रहा है.
सीबीआई ने इससे पहले पटना से मनीष कुमार और आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किया था. इन दोनों ने परीक्षा से पहले छात्रों को सेफ हाउस कथित तौर पर मुहैया कराए, जहां लीक पेपर और उत्तर पुस्तिकाएं दी गई थीं. अधिकारियों ने बताया कि मनीष और आशुतोष को पटना में विशेष अदालत में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
छात्रों के लिए हॉस्टल कराया था बुक
अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई अब पूछताछ कर अन्य आरोपियों का पता लगाएगी. उन्होंने बताया कि आशुतोष कुमार ने पटना में 'लर्न ब्वॉयज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल' किराए पर लिया था, जहां से बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने NEET-UG के आधे जले हुए प्रश्नपत्र बरामद किए थे. अधिकारियों ने कहा कि CBI ने पाया है कि आशुतोष कुमार को पता था कि परिसर का इस्तेमाल नीट अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा है.
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मनीष कुमार के बारे में उन्होंने कहा कि उसने कथित तौर पर उन छात्रों से सौदा किया था जो पेपर पहले से प्राप्त करने के लिए पैसे देने को तैयार थे. उन्होंने बताया कि इसके बाद वह इन छात्रों को छात्रावास ले गया जहां उन्हें प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका उपलब्ध कराई गई. अधिकारियों ने बताया कि अभ्यर्थी परीक्षा तक छात्रावास में ही रहे और 5 मई को होने वाली परीक्षा की तैयारी की.
CBI ने 6 एफआईआर कीं दर्ज
सीबीआई ने नीट परीक्षा लीक मामले में 6 FIR दर्ज की हैं. नीट-यूजी परीक्षा देशभर में सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए NTA द्वारा आयोजित की जाती है. इस साल यह परीक्षा दूसरे देशों के 14 शहरों समेत कुल 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर 5 मई को आयोजित की गई थी. 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने यह परीक्षा दी थी.
सीबीआई ने इस मामले में पहली एफआईआर रविवार को दर्ज की थी. इससे एक दिन पहले सरकार ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपेगी. प्रदर्शनकारी छात्रों का एक वर्ग सीबीआई से इस मामले की जांच कराने की मांग कर रहा था. (PTI इनपुट के साथ)
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