नीट और UGC-NET पेपर लीक मामले में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. विपक्ष दल मोदी सरकार पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा रहा है. इस बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि छात्रों के हित हमारी प्राथमिकता हैं. इससे किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमने एक हाई लेवल कमेटी गठित की है, जो इस मामले की जांच करेगी.
शिक्षा मंत्री ने नीट परी सरकार के संपर्क में हैं. जल्द ही डिटेल रिपोर्ट आ जाएगी. जो भी कोई दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिर चाहे NTA से जुड़ा कोई कर्मचारी हो या बड़ा अधिकारी. हम किसी भी गुनाहगार को नहीं छोड़ेंगे. हम जीरो एरर परीक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
NTA के कामकाज की होगी जांच
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) के कामकाज की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई जाएगी. उन्होंने विपक्षी दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील की और कहा कि एनटीए के अधिकारियों सहित दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा कि NTA की कार्यप्रणाली की समीक्षा और सुधार के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन जल्द ही किया जाएगा.
यह भी पढ़ें- मनी लॉड्रिंग मामले में केजरीवाल को बड़ी राहत, राउज एवेन्यू कोर्ट से मिली जमानत
जूनियर रिसर्च फेलो, सहायक प्रोफेसर और पीएचडी छात्रों के चयन के लिए आयोजित होने वाली UGC-NET परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि परीक्षा का पेपर डार्कनेट पर लीक हो गया था. उन्होंने कहा कि हमें अपनी व्यवस्था पर भरोसा रखना चाहिए और सरकार किसी भी प्रकार की अनियमितता या कदाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी.
67 छात्रों के आए पूरे 720 नंबर
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (NEET-UG) 2024 की परीक्षा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख छात्र शामिल हुए थे. इसके नतीजे 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा किए जाने के कारण नतीजे 4 जून को घोषित किए गए. इस परीक्षा में 67 स्टूडेंट्स ने शत प्रतिशत 720 में से 720 अंक प्राप्त किए, जो एनटीए के इतिहास में अप्रत्याशित है.
इनमें हरियाणा के फरीदाबाद के एक केंद्र के 6 छात्रों का नाम भी शामिल है, जिससे अनियमितताओं का संदेह पैदा होता है. आरोप लगाया गया है कि ग्रेस मार्क की वजह से 67 छात्रों को टॉप रैंक मिली. नीट-यूजी परीक्षा देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है. (PTI इनपुट के साथ)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.