डीएनए हिंदी: साल 2008 तक नेपाल हिंदू राष्ट्र हुआ करता था लेकिन संवैधानिक संशोधन के जरिए यह शब्द हटाया गया. नेपाल की 80 फीसदी आबादी हिंदू है और अब तक वहां हिंदुओं पर हमले की घटना कभी बड़े पैमाने पर नहीं हुई थी. उत्तर प्रदेश से सटे नेपालगंज में कथित तौर पर सोशल मीडिया पर इस्लाम विरोधी टिप्पणी के बाद बवाल बढ़ गया है. आगजनी और पथराव की कई घटनाओं के बाद मंगलवार को इलाके में हिंदुओं ने शांतिपूर्ण जुलूस निकाला था जिस पर पथराव किया गया. हिंदुओं के जुलूस पर पेट्रोल बम फेंके गए जिसके बाद दोनों समुदाय में हिंसा शुरू हो गई. फिलहाल पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. पिछले 2 दिनों से पूरे क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. हमले के विरोध में सोशल मीडिया पर कई पोस्ट की गई हैं.
उत्तर प्रदेश से सटे नेपाल के इलाकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है और इसलिए सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है. नेपालगंज शहर के अलग-अलग हिस्सों में पथराव किया गया और कई जगहों पर आगजनी की भी घटनाएं हुई हैं. तनाव की स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश से सटे सभी 7 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. तनाव को देखते हुए भारतीय नागरिक नेपाल की सीमा में प्रवेश कर हे थे उन्हें नेपाली प्रशासन ने सुरक्षा मुहैया कराई और गंतव्य तक सुरक्षित ढंग से पहुंचाया.
यह भी पढ़ें: संजय सिंह को 5 दिन की ED रिमांड, जानें किस दलील पर सहमत हुआ कोर्ट
सांप्रदायिक तनाव में 22 लोग हुए जख्मी
नेपाल में हुए सांप्रदायिक तनाव में 22 लोगों के जख्मी होने की खबर है. पथराव और आगजनी में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचने का भी अनुमान जताया गया है. बताया जा रहा है कि हिंदुओं के शांतिपूर्ण जुलूस पर पथराव की पूरी तैयारी की गई थी और कई जगहों पर पेट्रोल बम भी फेंके गए. यह सारा विवाद काठमांडू से कुछ दूरी पर किए गए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की वजह से हुआ है. बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पोस्ट में इस्लाम को लेकर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी.
यह भी पढ़ें: गांधी परिवार के नए 'मेहमान' के नाम पर बवाल, ओवैसी की पार्टी बोली 'मुस्लिम लड़कियों की बेइज्जती'
गृह मंत्रालय ने भी नेपाल में हिंसा पर मांगी रिपोर्ट
सीमा से लगे बांका के नेपालगंज में भड़की हिस्सा को लेकर गृह मंत्रालय ने भी रिपोर्ट मांगी है. इसके अलावा, यूपी के 7 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और नेपाल की सीमा के पास गश्ती बढ़ा दी गई है. आवाजाही पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सीमा से लगे पांचों थाने, पुलिस चौकियां अलर्ट मोड में हैं. सीमा सुरक्षा बल के साथ पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है. हालांकि इस हिंसा की वजह से सीमावर्ती इलाके के कारोबार पर बुरा असर पड़ा है. भारत-नेपाल सीमा पर रूपईडीडा और नेपालगंज दो प्रमुख बाजार हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर