1 अक्टूबर से बदल जाएंगे आपकी कार के टायर, सरकार ने बनाए नए नियम, ये फायदे जानकर होगी खुशी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 10, 2022, 09:28 AM IST

new tyre design

What is New Tyre Design: सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव किया है. इसके तहत टायरों के डिजाइन को लेकर अहम फैसला लिया गया है. टायरों के नए डिजाइन के लिए एक स्टार रेटिंग सिस्टम बनाया गया है. इससे टायर की क्वालिटी में सुधार होगा और दुर्घटनाओं की आशंका भी कम होगी.

डीएनए हिंदी: एक अक्टूबर से आपकी गाड़ी के टायर का डिजाइन बदल जाएगा. इसके लिए सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट (MVA) में बदलाव किए हैं. इससे जुड़े नए नियम जारी कर दिए गए हैं. अब 1 अक्टूबर से देश में नए डिजाइन के टायर मिलने शुरू हो जाएंगे.  1 अप्रैल 2023 से नए डिजाइन के टायर को हर गाड़ी में लगाना अनिवार्य कर दिया जाएगा. क्या है ये पूरा मामला, क्या होगा टायर के डिजाइन में बदलाव, आपको इससे क्या फायदा होगा, जानिए सब कुछ-

क्या है मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव
आप जब भी कोई सामान खरीदते हैं या सर्विस लेते हैं उसकी रेटिंग चेक करते हैं. अब तक टायर के मामले में ऐसा नहीं होता था, लेकिन अब होगा. Motot Vehicles Act में किए गए बदलाव के बाद अब टायरों की स्टार रेटिंग टेस्ट के लिए एक सिस्टम तैयार किया जा रहा है. अब सरकार ऐसे रेटिंग सिस्टम को लाने की तैयारी में है जिससे ग्राहक टायर खरीदने से पहले उसके बारे में सारी जानकारी ले सकें.

कितनी तरह के होते हैं टायर
टायर तीन कैटेगरी के होते हैं C1, C2 और C3
C1- इस कैटेगरी के टायर पैसेंजर कार में होते हैं.
C2- ये टायर छोटी कमर्शियल गाड़ी में इस्तेमाल किए जाते हैं
C3- इनका इस्तेमाल हैवी कमर्शियल गाड़ी में होता है.

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टायर का डिजाइन बदलने से क्या होगा फायदा
इस बदलाव में मुख्य तौर पर टायर के लिए तीन मानक तय किए गए हैं- रोलिंग रेजिस्टेंस, वेट ग्रिप और रोलिंग साउंड एमिशंस. इन तीनों को अब BIS के मानकों के आधार पर तैयार किया जाएगा. ऐसे में नए डिजाइन के टायर पुराने की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होंगे और इससे दुर्घटना की आशंकाएं भी कम होंगी. जानिए क्या होते हैं रोलिंग रेजिस्टेंस, वेट ग्रिप और रोलिंग साउंड एमिशंस

रोलिंग रेजिस्टेंस- जो ऊर्जा कार को या वाहन को खींचने या पुल करने के लिए लगती है उसे रोलिंग रेजिस्टेंस कहा जाता है. ये रेजिस्टेंस अगर कम है तो टायर को ज्यादा ताकत हीं लगानी पड़ती है. नए डिजाइन में इसी क्वालिटी पर ध्यान दिया जाएगा. इससे ईंधन की खपत भी कम होगी और गाड़ी का माइलेज बढ़ेगा.

वेट ग्रिप- वेट ग्रिप का सीधा कनेक्शन इस मानसून सीजन से है. बारिश के इस मौसम में अक्सर आपने देखा होगा की गीली सड़कों पर टायर फिसलने की वजह से कई बार बड़े हादसे हो जाते हैं. वेट ग्रिप टायर की सतह और रेस ट्रैक के बीच का फ्रिक्शन है. नए डिजाइन में इस पर खास ध्यान दिया जाएगा.

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रोलिंग साउंड एमिशंस- गाड़ी चलाने के दौरान कई बार टायर से आवाज आती है. अक्सर इस आवाज से ऐसा लगता है जैसे टायर खराब है या गाड़ी में कुछ समस्या है. इससे शोर भीहोता है. नए डिजाइन में इस समस्यो को खत्म करने पर भी जोर होगा. 

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