डीएनए हिंदी: केरल में निपाह वायरस की वजह से हड़कंप का माहौल है. गुरुवार को 5वां केस मिल है और मरीजों के संपर्क में आए 700 लोगों में से 77 हाई रिस्क कैटेगरी में रखे गए हैं. संपर्क में आए 700 लोगों के स्वास्थ्य पर सरकार नजर बनाए हुए हैं. संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन में सिर्फ इमर्जेंसी सर्विस की अनुमति दी गई है. अब तक 2 मरीजों की मौत भी वायरस की वजह से हो गई है. राज्य सरकार की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने कंटेनमेंट जोन बनाए हैं. सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है कि हाई रिस्क जोन वाले मरीज घर से बाहर न निकलें. इसके अलावा सरकार की ओ से जागरुकता संदेश भी सोशल मीडिया और टेलीविजन पर प्रसारित किया जा रहा है.
निपाह वायरस से दो मरीजों की मौत कोझिकोड में हुई है और पूरे शहर में एहतियात बरतते हुए लॉकडाउन जैसी स्थिति बन गई है. मृतकों ने जिस रास्ते का प्रयोग किया था उसे कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया गया है. दूसरी ओर 9 पंचायतों में किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है. स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं और कंटेनमेंट जोन में सिर्फ आपातकालीन सुविधाओं की अनुमति है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली में बरसेंगे बादल, ओडिशा, MP-छत्तीसगढ़ के लिए अलर्ट, जानें IMD का अपडेट
पूरे राज्य में संक्रमण फैलने का खतरा
केरल में निपाह वायरस से दो मरीजों की मौत हो चुकी है और 77 हाई रिस्क केस को देखते हुए सरकार अलर्ट पर है. स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी आशंका जाहिर की है कि पूरे राज्य में इंफेक्शन फैलने का खतरा है. संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से कई उपाय किए हैं. हाई रिस्क कैटेगरी में रखे गए लोगों को घर में रहने का निर्देश दिया गया है जबकि मरीजों के संपर्क में आए 700 लोगों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का आदेश दिया गया है.
यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी को घसीटकर ले गई पुलिस, सामने आया Video
निपाह वायरस फैलने से केरल में हड़कंप
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस बार निपाह वायरस बांग्लादेश से फैला है. वायरस के इस वैरिएंट की संक्रमण क्षमता तो कम है लेकिन डेथ रेट बहुत ज्यादा है. पूरे प्रदेश में इस वजह से हड़कंप मच गया है. केरल में सबसे पहले 2018 में निपाह इंफेक्शन फैला था और उस वक्त 18 में से 17 मरीजों की मौत हो गई थी. इसके बाद 2019 और 2021 में भी संक्रमित मरीज मिले थे. एक बार फिर इस वायरस के संक्रमण ने लोगों को सकते में डाल दिया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.