क्या है Nipah Virus, जिसने लोगों की बढ़ाई टेंशन, स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 12, 2023, 08:09 AM IST

Nipah virus

Nipah Virus: निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है. यह एक अजीब तरह का वायरस है. इसका पहला मामला साल 1999 में मलेशिया में पाया गया था.

डीएनए हिंदी: कोरोना वायरस का खौफ लोगों के जहन से अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि अब निपाह वायरस फैलने का डर सताने लगा है.  दक्षिण भारत में निपाह वायरस के संकेत मिले हैं. दरअसल कोझिकोड जिले में बुखार के बाद दो लोगों ‘अप्राकृतिक’ मौत हुई है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत निपाह वायरस की वजह से हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया. ये दोनों मौतें एक प्राइवेट अस्पताल में हुई हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक उच्चस्तरीय बैठक की और स्थिति की समीक्षा की. विभाग ने कहा कि एक प्राइवेट अस्पताल से बुखार के बाद दो लोगों की मौत की सूचना मिली है और ऐसा संदेह है कि उनकी मौत की वजह निपाह वायरस है. कोझिकोड जिले में 2018 और 2021 में भी निपाह वायरस से मौत दर्ज की गई थीं. दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 19 मई 2018 को कोझिकोड में सामने आया था.

ये भी पढ़ें- बारिश का कहर, यूपी में 24 घंटे में 19 लोगों की मौत, उत्तराखंड में भूस्खलन

What is Nipah virus?
निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है. यह एक अजीब तरह का वायरस है. इसका पहला मामला साल 1999 में मलेशिया में पाया गया था. इसके बाद बांग्लादेश और मलेशिया में भी निपाह वायरस के केस मिले थे. चिकित्सकों के मुताबिक, यह वायरस सूअर और चमगादड़ों से इंसानों में फैलता है. अगर कोई चमगादड़ Nipah virus से संक्रमित है और वो किसी फल का सेवन करता है तो उस के जरिए वायरस इंसानों में फेल सकता है.

निपाह वायरस के क्या हैं लक्षण?
डॉक्टरों के मुताबिक, निपाह वायरस से संक्रिमत होने के दौरान मरीज को तेज बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, सांस लेने में दिक्कत, एटिपिकल निमोनिया जैसे लक्षण दिखाई देंगे. अगर संक्रमण ज्यादा फैल गया है तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिाकर हो सकता है और 48 घंटे तक कोमा में जा सकता है.

यह भी पढ़ें- G-20 की सफलता से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को होगा फायदा? समझें 3 प्वाइंट में

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, निपाह वायरस एक जूनोटिक (Zoonotic) बीमारी है, जो जानवरों से इंसानों में फैलती है. इतना ही नहीं दूषित भोजन-पानी या सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है. इस वायरस की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत और  घातक एन्सेफलाइटिस समेत कई प्रकार की बीमारियों फैल डर रहता है.

इन राज्यों निपाह वायरस का खतरा
पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सर्वे के मुताबिक, निपाह वायरस के कई राज्यों में फैलने के संकेत हैं.  एनआईवी के वैज्ञानिकों के निपाह वायरस को लेकर दूसरे सीरो सर्वे में 10 राज्यों के चमगादड़ों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली हैं. इनमें बिहार, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और पुडुचेरी में एंटीबॉडी मिली हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.