कोरोना के नए वेरिएंट पर डरा देगी नीति आयोग के डॉ. वी के पॉल की बात, जानिए ऐसा क्या कहा

Written By नीलेश मिश्र | Updated: Dec 20, 2023, 01:45 PM IST

Dr V K Paul

Dr V K Paul on Corona New Variant: कोरोना के नए वेरिएंट के बारे में डॉ. वी के पॉल ने कहा है कि कोविड-19 का नया आउटब्रेक सामने आया है.

डीएनए हिंदी: अचानक कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने और नया वेरिएंट सामने आने के बाद कई विभाग सक्रिय हो गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी बुधवार को इस बारे में एक बैठक हुई. इस बैठक के बाद नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा है कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए देश के लोगों को सजग रहने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि घबराने वाली कोई बात नहीं है. हालांकि, वायरस के इस वेरिएंट के बारे में यह कहा जा रहा है कि भले ही यह उतना खतरनाक न हो लेकिन यह काफी आसानी से फैलता है.

डॉ. वी के पॉल ने कहा है कि कोरोना का एक नया आउटब्रेक सामने आया है. हो सकता है कि यह नए वेरिएंट JN.1 की वजह से हो. हालांकि, बीमारी काफी माइल्ड है. अभी तक आई जानकारी के मुताबिक, इस नए वेरिएंट से गंभीर परेशानी सामने नहीं आई है. बता दें कि मंगलवार को कोरोना के 519 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना के संक्रमितों की संख्या 2300 पहुंच गई है.

यह भी पढ़ें- UP में मेट्रो और रेलवे स्टेशनों पर मिलेगी शराब, आ गई नई पॉलिसी

'पूरी तैयारी है जरूरी'
रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना के नए मरीजों में से 91-92 प्रतिशत मरीज घर पर ही इलाज करवा रहे हैं. डॉ. वी के पॉल ने बताया कि पिछले दो हफ्तों में कोरोना से 16 लोगों की जान गई है. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए देश को सजग रहना होगा. उन्होंने आगे कहा, 'भले ही इसका स्वरूप माइल्ड ही रहे लेकिन लोगों के जीवन पर इसका असर न पड़े इसके लिए तैयारी पूरी करनी होगी.'

यह भी पढ़ें- क्यों निलंबित हुए हैं 141 विपक्षी सांसद? हेमा मालिनी ने बताई असली वजह

इस हाई लेवल मीटिंग के बाद डॉ. वी के पॉल ने कहा है कि सरकार की ओर से सर्विलांस और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ा दी गई है. बताते चलें कि इस नए वेरिएंट JN.1 का पहला केस लग्जमबर्ग में सामने आया था. इस साल अगस्त से अभी तक लगभग 40 देशों में इस वेरिएंट के मरीज पाए गए हैं. वायरस के खतरे को देखते हुए सरकारों की ओर से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.