Nitin Gadkari ने किया बड़ा ऐलान, 15 साल पुराने सभी सरकारी वाहन भी होंगे कबाड़

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Nov 25, 2022, 08:52 PM IST

Vehicle Scrappage Policy को लेकर केंद्र की मोदी सरकार काफी सख्त है और अब इस मामले में नितिन गडकरी नई बातें बताई हैं.

डीएनए हिंदी: भारत में नई स्क्रैप पॉलिसी (Vehicle Scrappage Policy) के चलते 15 साल पुराने वाहन कबाड़ होने वाले हैं. एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बड़ा बयान दिया है कि सरकार ने जनता की 15 साल से पुरानी गाड़ियों को भंगार में भेजने की तैयारी की है और इसके साथ सरकारी गाड़िया भी भंगार घोषित हो जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा है कि वे इस प्लान को लागू करने की तैयारी कर रहे है जिससे पॉल्यूश के मुद्दे पर बड़ी राहत मिलेगी. 

दरअसल, गडकरी ने वार्षिक कृषि प्रदर्शनी 'एग्रो-विजन' के उद्घाटन के मौके पर कहा, ''मैंने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एक फाइल पर हस्ताक्षर किए. इसके तहत भारत सरकार के सभी 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को कबाड़ में बदल दिया जाएगा. मैंने भारत सरकार की इस नीति को सभी राज्यों को भेज दिया है. उन्हें भी राज्यों के स्तर पर इसे अपनाना चाहिए.''

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आपको बता दें कि सरकार अपने मोटर व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी के तहत 15 साल से पुरानी गाड़ियों को सड़कों से हटाने को लेकर प्रतिबद्ध है. इस नीति पर परिवहन मंत्रालय काफी वक्त से काम कर रहा है. नितिन गडकरी ने कुछ वक्त पहले बताया था कि सरकार ने देश के हर जिले में कम से कम तीन रजिस्टर्ड वाहन कबाड़ केंद्र खोलने की योजना बनाई है. अब गडकरी ने कहा कि सड़क मंत्रालय को रोपवे, केबल कार और फनिक्युलर रेलवे (केबल रेलवे) के लिए 206 प्रस्ताव मिले हैं और सरकार हर जिले में तीन पंजीकृत वाहन कबाड़ सुविधाएं या केंद्र खोल सकती है.

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अगस्त में नेशनल व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी शुरू की थी और कहा था कि यह पुराने हो चुके और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने में मदद करेगा और संसाधनों के सही उपयोग वाली अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा.

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नितिन गडकरी ने कहा कि पानीपत में इंडियन ऑयल के दो संयंत्र लगभग शुरू हो गए हैं, जिनमें से एक प्रतिदिन एक लाख लीटर एथनॉल का उत्पादन करेगा, जबकि दूसरा संयंत्र चावल के भूसे का उपयोग करके प्रतिदिन 150 टन बायो-बिटुमेन का निर्माण करेगा.

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