मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) मामले पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री के वित्तीय सलाहकार बसवराज रायारेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की कोई ज़रूरत नहीं है. उन्होंने क्या गलत किया है? हाई कोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं. जांच और अभियोजन में फर्क होता है. PCA की धारा 17A के तहत कोई भी जांच कर सकता है. आपको बता दें सिद्धारमैया के खिलाफ MUDA Scam Case में एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच शुरू हो चुकी है.
वित्तीय सलाहकार बसवराज रायारेड्डी ने न्यूज एजेंसी ANI से आगे कहा कि यह एक राजनीतिक खेल है, यह भ्रष्टाचार का मामला बिल्कुल नहीं है. यह प्रक्रिया में चूक हो सकती है, लेकिन इसमें मुख्यमंत्री की क्या भूमिका है? अगर किसी ने प्रक्रिया में चूक की है, तो वह MUDA है.. मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करने की कोई जरूरत नहीं है.
क्यों बढ़ी हैं सिद्धारमैया की मुश्किलें
MUDA लैंड केस में कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया पर आरोप लगाए गए हैं कि उनकी पत्नी पार्वती को मुआवजे के रूप में ज्यादा कीमत वाली जमीन आवंटित की गई. इस मामले में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ मुडा स्कैम में केस चलाने की मंजूरी दे दी थी. कर्नाटक के राज्यपाल की तरफ से दी गई जांच की मंजूरी को हाई कोर्ट में चैलेंज किया था, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई.
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अब सिद्धारमैया पर कानूनी शिकंजा कसने लगा है, जिसमें गिरफ्तारी तक की नौबत आ सकती है. यही वजह है कि सिद्धारमैया पर इस्तीफे का दबाव बढ़ने लगा है. इस दबाव को वे अपने तरीके से काउंटर कर रहे हैं. इस मामले को लेकर भाजपा और जेडीएस के नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. हालांकि, सिद्धारमैया ने सीएम पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है.
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