यमुना के बाद उफान पर हिंडन नदी, नोएडा-गाजियाबाद के कई इलाके पानी में डूबे, 200 लोगों का रेस्क्यू

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 24, 2023, 12:11 AM IST

सांकेतिक तस्वीर

Hindon River Water Level: नोएडा प्रशासन ने बताया कि हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से पांच गांवों के करीब 200 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है.

डीएनए हिंदी: दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ का कहर खत्म नहीं हो रहा है. यमुना नदी के बाद अब हिंडन नदी (Hindon River) का पानी उफान पर है. हिंडन नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में पानी भर गया है. जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे लोगों को घर खाली करने का निर्देश जारी किया है. राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF ने मोर्चा संभाल लिया है. हिंडन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिसको लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है.

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने की चेतावनी जारी होने के बाद पांच गांवों के करीब 200 लोगों को शनिवार को राहत शिविरों में पहुंचाया गया जहां पर प्रशासन की ओर से खाने पीने और स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था की गई है. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने बताया कि काली नदी से लगातार हिंडन में पानी छोड़ा जा रहा है. जिसकी वजह से नदी का जलस्तर बढ़ा है.

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उन्होंने बताया कि गाजियाबाद बैराज पर हिंडन नदी के खतरे का निशान 205.80 मीटर है और इस समय नदी का जलस्तर 206.65 मीटर है. गौतमबुद्ध नगर जिला हिंडन और यमुना नदियों के बीच स्थित है. जिले में हाल ही में यमुना नदी के किनारे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी जिससे करीब 550 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई और हजारों लोग और मवेशी प्रभावित हुए थे.

खतरे के निशान से ऊपर यमुना का पानी
वहीं दिल्ली में  यमुना नदी का जलस्तर रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान के पार चला गया है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण रविवार शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर 206.32 मीटर पहुंच गया है. अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है. राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है.

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उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचता है, तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं. यमुना का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से 205.33 मीटर के खतरे के निशान के आसपास है. 13 जुलाई को यह रिकॉर्ड 208.66 मीटर पर पहुंच गया था. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह 9 बजे 205.96 मीटर पर पहुंच गया और इसके रात 8 बजे तक 206.60 मीटर तक पहुंचने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.

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