डीएनए हिंदी: बिहार के बक्सर जिले में बुधवार रात दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. रेलवे ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इस रेल हादसे को लेकर अब बड़ा अपडेट सामने आया है. पूछताछ में एक्सप्रेस के लोको पायलट और गैटमैन ने बताया कि ट्रेन के पटरी से उतरने से पहले धमाके की तरह जोरदार आवाज सुनाई दी थी. ऐसे में इस हादसे में बाहरी तत्व के संलिप्ता की आशंका जताई जा रही है.
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से असम जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 23 डिब्बे बुधवार रात 9 बजकर 53 मिनट पर पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पातल में भर्ती कराया गया है. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बीरेन्द्र कुमार ने कहा, ‘घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.’ उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
ये भी पढ़ें- बक्सर ट्रेन हादसा: 10 ट्रेन कैंसल, 21 हुईं डायवर्ट, देखें पूरी लिस्ट
प्रत्यक्षदर्शी ने भी सुनी धमाके की आवाज
वहीं, एक प्रत्यक्षदर्शी हरी पाठक ने भी इसकी पुष्टि की है कि डिरेलमेंट से पहले धमाके जैसी तेज आवाज सुनाई दी थी. उन्होंने बताया कि ट्रेन सामान्य गति से जा रही थी, तभी अचानक बेहद तेज आवाज सुनाई दी और ट्रेन से धुआं उठने लगा.हम तेजी से मौके की तरफ भागे लेकिन तब तक ट्रेन के कई डिब्बे पटली से उतरकर पलट चुके थे. एसी कोच पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे. हमने तत्काल प्रशासन को सूचना दी और अपने साथियों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया.
अधिकारियों ने बताया कि असम में गुवाहाटी के समीप कामाख्या जाने वाली ट्रेन के उन सभी यात्रियों को बृहस्पतिवार तड़के एक राहत ट्रेन से रवाना किया गया, जो आगे की यात्रा करने की स्थिति में थे. पटरियों को साफ करने के लिए क्रेन और धातु काटने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस हादसे में ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए हैं, और कुछ पलट भी गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर घायलों का इलाज बक्सर शहर और आरा के अस्पतालों में किया जा रहा है. गंभीर रूप से घायल 10 यात्रियों को पटना के एम्स ले जाया गया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.