डीएनए हिंदी: नूंह हिंसा के बाद अब कार्रवाई का दौर जारी है. फिलहाल हिंसा प्रभावित जिलों में स्थिति सामान्य है लेकिन एहतियात के तौर पर मंगलवार तक के लिए इंटरनेट बैन जारी है. इसके अलावा प्रदेश की खट्टर सरकार भी एक्शन मोड में है. अब तक हिंसा में शामिल कुल 216 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और लगभग 104 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा गुरुग्राम, नूंह समेत अन्य जिलों में कुल 37 इमारतों पर बुलडोजर एक्शन भी किया गया है. रविवार को भी हिंसा वाले इलाके में अवैध होटलों पर बुलडोजर चलाया गया था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये सभी होटल अवैध हैं और यहीं से हिंसा वाले दिन पथराव की सारी वारदात की प्लानिंग और अंजाम देने की योजना तैयार की गई थी.
नूंह में मंगलवार तक के लि इंटरनेट बैन
हरियाणा सरकार ने एहतियात के तौर पर नूंह में इंटरनेट पर बैन को 8 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है. पलवल में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध भी आज तक के लिए बढ़ा दिया गया था. गुड़गांव और फरीदाबाद में हालात सामान्य की तरफ लौट रहे हैं, लेकिन ज्यादातर दफ्तरों ने लोगों को घर से ही काम करने का निर्देश दिया है. दूसरी ओर पुलिस सोशल मीडिया पोस्ट्स पर नजर बनाए हुए है. बताया जा रहा है कि हिंसा को अंजाम देने में सोशल मीडिया पोस्ट ने आग में तेल का काम किया है और पुलिस ऐसे संदिग्ध अकाउंट्स खंगाल रही है. पुलिस के रडार पर ऐसे 300 के करीब वीडियो हैं.
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37 इमारतों पर बुलडोजर एक्शन
हिंसा में शामिल उपद्रवियों पर हरियाणा सरकार सख्त है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार की तरह बुलडोजर एक्शन लिया जा रहा है. नूंह के एसपी ने बताया कि जिन इमारतों से पथराव किया गया था और जहां से हिंसा की प्लानिंग हुई थी उनकी पहचान कर रहे हैं. उन्हीं इमारतों पर बुलडोजर एक्शन लिया गया है. अब तक 37 इमारतों को जमींदोज किया गया है. गुरुग्राम के पास रोहिंग्या बस्ती पर भी बुलडोजर चलाया गया था. पुलिस का कहना है कि जिन होटलों पर कार्रवाई हुई है वो सभी अवैध इमारतें थीं.
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राजस्थान से आए उपद्रवियों की हो रही पहचान
नूंह के एसएसपी ने बताया कि अब तक हुई जांच के आधार पर पता चला है कि नूंह में हिंसा को अंजाम देने के लिए दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचे थे. इनमें से कुछ राजस्थान से सड़क के रास्ते पर आए थे. बता दें कि मेवात के जिस हिस्से में हिंसा फैली है उसका कुछ हिस्सा राजस्थान के सीमावर्ती गांवों से भी जुड़ा हुआ है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है और उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. पिछले 2 दिनों से हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और कोई नई वारदात नहीं हुई है.
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