डीएनए हिंदी: ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की रविवार को एक ASI ने गोली मारकर हत्या कर दी है. अपोलो हॉस्पिटल के मुताबिक गोली नब किशोर दास के हृदय और फेफड़ों से पार निकल गई थी. मौत से पहले वह कई घंटों तक असहनीय पीड़ा में रहे हैं. गोली लगने के बाद मंत्री को एयर एम्बुलेंस से झारसुगुड़ा से भुवनेश्वर लाया गया था और उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑपरेशन के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका.
असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर (ASI) गोपाल दास ने बजरंगनगर शहर में दिन के करीब 1 बजे किशोर दास पर गोली चला दी. वह जिले में एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. अस्पताल ने उनकी मौत पर कहा है, 'ऑपरेशन के बाद पता चला कि एक गोली उनके शरीर में घुसकर बाहर निकल गई थी. उनका दिल और बायां फेफड़ा क्षतिग्रस्त हो गया था. इंटर्नल ब्लीडिंग भी बहुत हुई थी.'
अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रही थी. उन्हें ICU में भर्ती कराया गया था. तमाम कोशिशें बेकार गईं लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. अब उनकी मौत के बाद कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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क्यों हत्याकांड पर उठ रहे हैं सवाल?
जिस ASI गोपाल दास ने हत्या की है, वह 8 साल से बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहा था. वह न तो डॉक्टर के पास जा रहा था, न ही परिवार के पास. ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर इलाके में स्वास्थ्य मंत्री एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे तभी उन पर हमला हो गया. गांधी चौक पुलिस चौकी में तैनात ASI गोपाल कृष्ण दास उन्हें सिक्योरिटी दे रहा था लेकिन अचानकर जाने क्या हुआ, उसने फायरिंग कर दी. जैसे ही मंत्री कार्यक्रम स्थल के पास गांधी चौक पर पहुंचे और कार से उतरने लगे, तभी आरोपी ASI गोपाल ने सीने से सटाकर रिवॉल्वर से फायरिंग शुरू कर दी. आरोपी ASI को लोगों ने धर दबोचा लेकिन तब तक मंत्री की हालत बेहद खराब हो गई.
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ASI बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार था, यह बात पत्नी ने भी सार्वजनिक तौर पर कही है. बाइपोलर डिसऑर्डर में आदमी एक साथ कई मनोदशाओं से गुजरता है. कभी बेहद गुस्सा, कभी बेहद शांति, इंसान कुछ समझ नहीं पाता है कि उसके साथ क्या हो रहा है. अगर सही वक्त पर दवाइयां न ली जाएं तो मानसिक सेहत और बिगड़ सकती है.
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मंत्री की हत्या के बाद पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इतने अहम पद पर किसी बाइपोलर डिसऑर्डर वाले शख्स को क्यों चार्ज दिया गया, यह अपने आप में एक सवाल है. उसे रिवॉल्वर भी दी गई और कैसे दूसरे अधिकारियों को इसकी खबर नहीं लगी.
नेताओं ने हत्या पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नब किशोर दास के निधन पर शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि ओडिशा सरकार में मंत्री नब किशोर दास जी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से दुखी हूं. इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदना. ओम शांति. सीएम नवीन पटनायक ने एक बयान में कहा कि वह स्तब्ध और व्यथित हैं.
क्राइम ब्रांच कर रही है हत्या की जांच
नब किशोर दास की हत्या के आरोपी ASI गोपाल दास को ओडिशा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच हत्या की इनसाइड स्टोरी सुलझाने में जुट गई है.
क्या है आरोपी ASI के परिवार का रिएक्शन?
गोपाल दास की पत्नी जयंती ने कहा है कि उसने हत्याकांड की खबर टीवी पर सुनी है. जयंती ने कहा कि गोपाल दास पिछले सात-आठ साल से मानसिक बीमारी से पीड़ित है और वह दवाइयां ले रहा था. वह बिल्कुल सामान्य दिख रहा था. उसने सुबह अपनी बेटी को वीडियो कॉल की थी. जयंती ने सच्चाई का पता लगाने के लिए मामले की उचित जांच की मांग की है. उसने यह भी कहा है कि गोपाल दास की मंत्री से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी. (इनपुट: PTI)
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